news4nation की खबर के बाद की कार्रवाई : अवैध बालू की ढूलाई करते 21 ट्रक जब्त, पर हाल ढाक के तीन पात वाली अभी भी डोरीगंज से लेकर सोनपुर के घाटों पर नावों और ट्रकों का लगा है जमावड़ा

CHHAPRA :  news4nation की खबर का ऐसा असर हुआ की खबर छपने के दूसरे ही दिन अधिकारियों का हुजूम बालू के अवैध धंधे बाजो के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए डोरीगंज के चिरांद व अन्य नदी घाटों पर पहुंच गई। पर महज खानापूर्ति भर ही रही अफसरों ने 21 बालू लदे ट्रकों को जब्त किया और उनसे 1800000 ₹62000 की जुर्माने की वसूली की। इस कार्रवाई से करीब 3 घंटे तक डोरीगंज से लेकर सोनपुर के नदी घाटों पर हड़कंप की स्थिति नजर आई।

छापेमारी टीम में जिला खनन पदाधिकारी मधुसूदन चतुर्वेदी , सदर डीएसपी मुनेश्वर प्रसाद सिंह, जिला परिवहन कार्यालय से एमवीआई संतोष कुमार सिंह, सदर अंचलाधिकारी सत्येंद्र सिंह, मुफस्सिल थाना अध्यक्ष बीएन सिंह, डोरीगंज थाना अध्यक्ष वीरेंद्र राम समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी व अफसर इस अभियान में शामिल थे। 

अधिकारियों के लौटते ही हाल फिर वही

 लेकिन जैसे ही अफसरों की टीम वापस लौटी हालात वैसे ही हो गए ढाक के तीन पात वाली। कुल मिलाकर यह कहा जाए कि जो भी कार्रवाई हो रही है वह सिर्फ दिखावे के लिए यदि वास्तविक करवाई हुई रहती तो एक भी धंधेबाज नदी के घाटों पर नहीं दिखते। सबसे अधिक खराब स्थिति दिघवारा , नयागांव , सोनपुर के नदी घाट के पास की है जहां ताबड़तोड़ नावों का आवागमन जारी है। इन नावों से बालू उतारे जा रहे हैं और सीधे ट्रकों पर लादे जा रहे हैं। यहां सैकड़ों की संख्या में ट्रक वालों को देखा जा सकता है। प्रतिदिन करोड़ों रुपए का राजस्व का चूना सरकार को लगाया जा रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन को एक बड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है ताकि धंधे वालों का हिम्मत ना हो सके। 

गौरतलब है कि न्यूज4नेशन ने दो दिन पहले ही सारण क्षेत्र में बालू के अवैध ढूलाई की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। जिसमें बताया गया था कि किस तरह के जिले में  सारण में लाल बालू की काली कमाई का खेल चल रहा है, कई कार्रवाई के बाद भी रोज सैकड़ों ट्रकों में लोडिंग व अनलोडिंग को देखने से लग रहा है। यहां सफेदपोशों के संरक्षण में अवैध धंधेबाज रोज अवैध रूप से लाखों की कमाई कर सरकार को करोड़ों का चूना लगा रहे हैं। ऐसे में बालू राजस्व चालान काटने वाली जो भी कंपनियां प्रतिनियुक्त की गई थी, सबने इनके आगे घुटने टेके हैं, और उनके लिए टेंडर घाटा का रहा है, तभी तो एक बार फिर सारण की  बालू राजस्व चालान काटने वाली कंपनी ने अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। एक मई से ही राजस्व चालान नहीं काटा जा रहा है।  ब्रॉडसन कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड के सरेंडर कर देने के बाद राज्य सरकार को हर रोज करोड़ों रुपए राजस्व का चूना लग रहा है।