बिहार पुलिस का 'कार'नामा : 750 एमएल शराब मिलने पर जब्ती के सिर्फ 14 दिन बाद नीलाम कर दी नई चमचमाती कार

BADH : शराब पकड़ने के नाम पर बिहार पुलिस किस तरह की कार्रवाई करती है। यह किसी से छिपी नहीं है। यहां पुलिस शराब जब्ती के नाम पर कई बेकसूर लोगों को जेल भेज चुकी है। लाखों करोड़ों की वसूली कर चुकी है। लेकिन पटना जिले के बाढ़ इलाके में पुलिस ने ऐसा कारनामा कर दिया है कि विश्वास करना मुश्किल हो जाएगा। यहां पुलिस ने शराब रखने के मामले में एक नई चमचमाती कार को जब्त किया और बिना मालिक को सूचना दिए ही उसे नीलाम कर दिया। जब मालिक ने कार नीलामी के कागजात मांग तो वह भी थानाध्यक्ष के पास नहीं था।

गाड़ी में मिले थे सिर्फ 750 शराब की बोतल

इस मामले में कार के मालिक गया निवासी अजय कुमार मेहता ने प्रेस कांफ्रेंस बताया कि पूरा मामला बीते साल 8 जून को मेरा साला  गाड़ी लेकर परिवार के साथ बारात कार्यक्रम में शामिल होने गए थे इसी दौरान चेकिंग में ड्राइवर के पास से 750 एमएल शराब बरामद हुआ जिसके बाद ड्राइवर को गिरफ्तार कर उनकी गाड़ी को जब्त कर लिया गया। उन्होंने कहा की इस मामले को लेकर जब वह पटना हाईकोर्ट गए वह से आदेश ले जब पटना excise विभाग जा कर fine जमा किया जिसके बाद कार को मुक्त करने का आदेश निर्गत किया गया।

जब्ती के दो सप्ताह में कर दी गाड़ी नीलाम

लेकिन जब वाहन मलिक अजय कुमार मेहता आदेश लेकर बाढ़ के पंडारक थाना पहुंचते है तो थाना प्रभारी द्वारा यह जानकारी दी जाती है उनकी गाड़ी निलाम कर दिया गया है। पूछने पर बताया गया कि जब्ती के दो सप्ताह बाद ही 21 जून को गाड़ी नीलाम कर दी गई।  वाहन मालिक ने कहा विभाग द्वारा 2016 से 2021 तक पकड़ी गई गाड़ी को निलाम करने का आदेश सरकार द्वारा दिया गया था जबकी उनकी गाड़ी 2022 में पकड़ी गई थी।

 उन्होंने प्रशासन से इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। अजय कुमार ने कहा कि वाहन के नीलामी की सुचना थाना अध्यक्ष द्वारा नहीं दी। उन्होंने कहा की शराबबंदी कानून की आड़ में आनन फानन में उनकी गाड़ी को नियम के विरुद्ध निलाम कर दिया गया। वाहन मालिक अजय कुमार ने सरकार से मांग की उन्हे मुआवजा दिया जाए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है ।

उन्होंने बताया कि नीलाम से जुड़ी कोई प्रतिलिपी आजतक पटना के किसी विभाग में नहीं भेजी गई। अपनी गाड़ी के लिए मैनें हाईकोर्ट में अपील दायर की है।