विश्व पर्यावरण दिवस : भागलपुर में बच्ची के जन्म पर सीएम नीतीश ने लगाया पौधा, फलदार वृक्ष बना पौधा, 81 फीसदी अंक लाकर मैट्रिक पास हुई लड़की

BHAGALPUR : जिस तरह ताबड़तोड़ पेड़ों की कटाई हो रही है। उससे ग्लोबल वार्मिंग की समस्या तेजी से बढ़ रही है। जिसका नतीजा है कि अभी प्रचंड गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। कहा जाए तो प्रकृति के साथ जो हम सब छेड़छाड़ कर रहे हैं। उसका मानव जीवन पर प्रतिकूल असर पड़ने भी लगा है। नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखंड के अंतर्गत आदर्श ग्राम धरहरा किसी पहचान के मोहताज नहीं है। जहाँ एक बेटी के जन्म लेने पर 10 फलदार वृक्ष लगाने को लेकर यह गाँव एक मिसाल बन चूका है। 

यही कारण है कि सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी धरहरा गाँव पर्यावरण दिवस के मौके पर 3 बार आकर बेटी के नाम पर फलदार वृक्ष लगाए हैं। पहला पौधा 2010 ईस्वी में लवी कुमारी के नाम से लगाया थे। उसके बाद 2011 में दूसरे वर्ष रिमू राज और तीसरे वर्ष रानी कुमारी के नाम से फलदार वृक्ष लगाये थे। उसी समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे सूबे में वृक्षारोपण अभियान चलाने का भी ऐलान किया था। साथ ही कहा था पूरे बिहार में लोगों को अनोखी परंपरा का अनुकरण करना चाहिए। देश के साथ-साथ विदेशों में भी परंपरा के बारे में जानेंगे। 

उसके बाद इस गांव पर मैंगो गर्ल्स नामक एक डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म भी बनी थी। इस गांव में कई नर्सरी भी है। जहां पर जर्दालू आम सहित अलग अलग किस्म के पौधे मिलते हैं। दूरदराज के लोग भी यहां के पौधे ले जाते हैं। पहली बार जब मुख्यमंत्री 2010 ईस्वी में धरहरा आए थे ।उस समय सौरव सिंह के पुत्री लवी कुमारी जो 2 वर्ष की थी। उसके नाम पर फलदार वृक्ष लगाए थे। वृक्ष अब घने और बड़े हो गए हैं। भीषण गर्मी में वहां लोग अब आराम भी करने लगे हैं। आम के फल भी लगने लगे हैं। जैसे जैसे वृक्ष बड़ा होते गया। अब लवी कुमारी भी बढ़ती गई और इस बार 2023 में मैट्रिक की परीक्षा में फर्स्ट डिवीजन कर 81 प्रतिशत अंक लाये है। 

वही लवी कुमारी ने बताया कि धन्य हूं कि मैं इस गांव में जन्म ली हूं। जहां मुझे प्रकृति के सानिध्य में रहने को मिल रहा है। बहुत अच्छा लगता है, मैं अपने आप को गौरवान्वित तब समझ रहा हूं जब मैं 3 वर्ष की थी। तब मेरे नाम से मुख्यमंत्री जी ने फलदार वृक्ष लगाए थे। वहीं उन्होंने बताया कि फलदार वृक्ष सिर्फ जन्म दिवस के साथ-साथ कोई भी अवसर मिले, सभी को वृक्ष लगाना चाहिए। क्योंकि अगर वृक्ष नहीं लगाएंगे, ऑक्सीजन की कमी हो जाएगी। वही ग्रामीणों ने बताया कि पहले तीन बार मुख्यमंत्री और आला अधिकारी  पर्यावरण दिवस पर आए, लेकिन अब कई वर्षों से पर्यावरण दिवस पर कोई पदाधिकारी नहीं आ रहे हैं। अगर आकर यहां पर वृक्ष लगाते। हम लोगों का उत्साहवर्धन होता।

भागलपुर से अंजनी कश्यप की रिपोर्ट