मतदान केंद्र पर उमड़ी मतदाताओं की भीड़, बांका में पहले घंटे में जमकर हुई वोटिंग

मतदान केंद्र पर उमड़ी मतदाताओं की भीड़, बांका में पहले घंटे में जमकर हुई वोटिंग

बांका - लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए वोटिंग जारी है.बांका में मतदान केंद्र पर लोगों की भीड़ है. मतदाता लोकतंत्र के उत्सव में बढ़चढ़ कर भाग ले रहे हैं. बांका में पहले घंटे में जमकर मतदान हुआ है. गर्मी एवं लू को ध्यान में रखते हुए निर्वाचन आयोग ने बिहार के चार लोकसभा क्षेत्रों में कई मतदान केंद्रों पर मतदान का समय बढ़ा दिया है. मतदान में 15 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं.  इसमें सात लाख 93 हजार पुरुष और सात लाख छह हजार महिला मतदाता शामिल हैं.  इसके लिए पूरे लोकसभा क्षेत्र में 1548 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इसमें से शहरी क्षेत्र में 90, जबकि ग्रामीण इलाके में 1458 मतदान केंद्र हैं. बांका में राजद के जयप्रकाश यादव का मुकाबला जदयू के गिरधारी यादव से है. बांका की जनता इनके भाग्य का फैसला ईवीएम का बटन दबा कर कर रही है.पोलिंग के पहले घंटे में बूथों पर मतदाताओं की भीड़ उमड़ी.

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दूसरे चरण के मतदान के लिए  कहा कि हम पिछले 2 साल से तैयारी कर रहे हैं. सभी बूथों पर व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं. मतदाताओं के लिए पेयजल, पंखे सहित सभी व्यवस्थाएं की गई हैं. मतदाताओं को बाहर निकल कर मतदान करने की जरूरत है. सुरक्षा को ध्यान में रखा गया है. कहीं से भी हिंसा की कोई सूचना नहीं है. सभी बूथों पर फोर्स मौजूद है.

डीएम ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोग चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करें. पिछले चुनाव में यहां पर 59 फीसद मतदान हुआ था. इस बार मतदान प्रतिशत को 75 फीसत तक ले जाने के लिए प्रयास किया जा रहा है.  इसके लिए वैसे मतदाता जिनकी उम्र 85 साल या उससे अधिक है या फिर वे दिव्यांग हैं, उनके लिए पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान की सुविधा उपलब्ध है. दिव्यांग मतदाओं के लिए हर बूथ पर एक-एक व्हील चेयर भी है. 

चुनाव के दौरान सुरक्षा कें कड़े इंतजाम किए गए हैं. साथ ही धनबल को रोकने के लिए भी कई स्तर पर निगरानी रखी जा रही है.  पूरे जिला में 12 जगहों पर चेकपोस्ट बनाए गए हैं. इन चेकपोस्टों पर दंडाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती है.  चुनाव के दौरान करीब 14 हजार सुरक्षा बलों की तैनाती है. पूरे लोकसभा क्षेत्र में संवेदनशील बूथों की संख्या पिछले चुनाव के दौरान 808 के आसपास थी. इसमें से 197 नक्सल प्रभावित बूथों की संख्या थी. इस साल नक्सल प्रभावित बूथों की संख्या कम हो गई है.

डीएम ने कहा कि झारखंड से सटे सीमावर्ती चेकपोस्टों पर शराब दुकानों पर भी नजर रखी जा ही है.  इसके लिए इंटर स्टेट मीटिंग के दौरान इस पर चर्चा कर विस्तृत रणनीति तैयार की गई है. शराब तस्करी वाले रूटों पर भी नजर रखी जा रही है. साथ ही अगर सीमावर्ती इलाके की शराब दुकानों में अचानक शराब की बिक्री बढ़ जाती है तो उसपर भी नजर रखी गई.  चुनाव के दौरान फेक न्यूज और इंटरनेट मीडिया पर भी नजर है.  फेक न्यूज और फेक कंटेंट या विज्ञापन को लेकर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.

चुनाव के दौरान कंट्रोल रूम दिनरात काम कर रहा है.  सुरक्षा-व्यवस्था से लेकर मीडिया मानीटरिंग भी की जा रही है. डीएम ने कहा कि पूरे चुनाव के दौरान किसी तरह की हिंसा पर रोकथाम, चुनाव के प्रचार के दौरान धन-बल के प्रयोग पर रोक के लिए कई स्तर पर निगरानी है. प्रखंड स्तर और थाना स्तर पर मानीटरिंग के साथ-साथ जिला स्तर पर भी नजर रखी जा रही है.

रिपोर्ट- चंद्रशेखर भगत

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