डीजीपी आर एस भट्टी की टीम ने मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी हत्याकांड का किया खुलासा, मुख्य आरोपी काजीम अंसारी को किया गिरफ्तार, जानिए क्या है पूरा मामला
PATNA/DARBHANGA : डीजीपी आर एस भट्टी की टीम ने पूर्व मंत्री जीतन सहनी हत्याकांड का सफल उद्भेदन कर दिया है।- पुलिस महानिदेशक आरएस भट्टी के नेतृत्व और निर्देश में गठित SIT, दक्ष पदाधिकारियों के नेतृत्व में गठित विशेष सुरक्षा दल (STF), वैज्ञानिक साक्ष्य संकलन हेतु FSL टीम एवं जिला पुलिस दरभंगा के संयुक्त प्रयास से घटना का उद्भेदन किया गया है। दरअसल दरभंगा जिला के घनश्यामपुर थानान्तर्गत उक्त घटना का मुख्य आरोपी काजीम अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया की पैसे के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में जीतन सहनी की हत्या हुई है। मुख्य आरोपी ने उक्त घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
पुलिस के मुताबिक काजीम अंसारी, उम्र 40, पेसर शफीक अंसारी, सा० अफजला टोला, सुपौल बाजार, थाना घनश्यामपुर का रहनेवाले है। वह कपड़ा का दुकान करता था जो पूंजी के अभाव में काफी समय से बन्द है। वर्तमान में बेरोजगार है। उसने मृतक से 3 किश्त में डेढ़ लाख का लोन 4% मासिक ब्याज दर पर अपनी ज़मीन गिरवी रख कर लिया था। उसने अपनी स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि ये पैसा चुकाने में समर्थ नही हो पा रहा था। 12 जुलाई को काजिम अंसारी और उसका एक साथी मो० सितारे उर्फ छेदी मृतक से ब्याज की रकम कम करके उधार का हिसाब करने और ज़मीन वापस करने के लिए बात करने गया था, जिस पर दोनों पक्षो के बीच काफी कहा सुनी हुई। इसकी पुष्टि हत्यारे और मृतक के भतीजे प्रमोद सहनी ने भी की है।
कोई रास्ता समझ न आने पर काजिम अंसारी ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर मृतक जीतन सहनी से अपने लोन के कागजात ज़बरदस्ती छिनने की योजना बनाई। घटना की रात्रि में काजिम ने 10 से 11 बजे के बीच मृतक के घर के सामने वाली गली में रेक्की की जो पास में लगे cctv फुटेज में भी कैप्चर है। यह सुनिश्चित होने के बाद कि रात्रि 11 बजे के बाद मृतक के घर से सब लोगों चले गए हैं। रात्रि लगभग डेढ़ बजे काजिम और उसके साथियों ने घर के पीछे के दरवाजे से प्रवेश किया। दरवाजा में अंदर का लॉक नही है। प्रवेश करने के बाद अभियुक्तों ने मृतक को जगाकर डरा धमका कर अपनी जमीन और लोन के कागज़ात मांगे। परन्तु मृतक ने उल्टा गाली देना शुरू कर दिया। इस पर काजिम ने गुस्से में आकर मृतक पर ताबड़तोड़ चाकू से वार करना शुरू कर दिया। बाकी लोगों ने मृतक के हाथ पैर पकड़ कर रखे। हत्या करने के बाद अभियुक्तों ने कागज़ात वाली अलमारी की चाबी ढूंढने की कोशिश की। ताकि अपने कागज़ात वापस ले जा सकें। परन्तु चाबी नही मिली। इस पर अभियुक्तों ने निर्णय लिया कि अलमारी को बन्द अवस्था मे पानी मे फेंक दें। ताकि सभी काग़ज़ गलकर नष्ट हो जाएं। सभी लोग ने मिलकर लकड़ी की अलमारी को घर के पीछे स्थित छोटे से तालाब में फेंक दिया और वहाँ से फरार हो गए।
अभियुक्त काजिम अंसारी के अपराध कारित करने के समय पहने कपड़ों को उसके घर से जब्त किया गया है। यद्यपि कपड़े धो दिए गए थे, फिर भी इन पर FSL की टीम ने ब्लड के चिन्ह पाए हैं। काजिम के नाखून से भी FSL की जांच में ब्लड के अवशेष मिले हैं। काजिम अंसारी ने अपने जिन साथियों के नाम बताए हैं उनके विषय मे जांच की जा रही है।
वरुण ठाकुर की रिपोर्ट