सुल्तानगंज में चित्रकूट से आए दिव्यांग कांवरिया ने भरा जल, देवघर के लिए हुआ रवाना, कहा श्रद्धा, भक्ति और विश्वास से आसान होता है सफ़र

BHAGALPUR : कहा जाता है की आस्था और श्रद्धा अगर मन में हो तो कोई भी राह मुश्किल नहीं होता है। ऐसा ही कुछ सुल्तानगंज के श्रावणी मेला में देखने को मिला है। सुलतानगंज अजगैविनाथ धाम में तीसरे दिन, एक दिव्यांग जो सुल्तानगंज से जल भरकर बाबा नगरी देवघर को जलाभिषेक के लिए चल पड़ा है। उनके पैर चलने लायक नहीं है। वह दिव्यांग हैं। बैसाखी के सहारे चल रहे हैं। लेकिन मन में दृढ़ इच्छा और श्रद्धा भक्ति है कि हमें बाबा भोलेनाथ को जलाभिषेक करना है।


विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू हो गया है और आज तीसरा दिन है। वही लगातार देश के विभिन्न हिस्सों से भक्त उत्तरवाहिनी गंगा जल भरकर बाबा बैद्यनाथ की ओर रवाना हो रहे हैं। भक्तों की अटूट भक्ति कांवरिया पथ पर देखने को मिल रहा है। जहां की भक्त लगातार बोल बम के जयकारे के साथ देवघर जा रहे हैं। वहीं यूपी के चित्रकूट से आए हुए दिव्यांग कांवरिया जो गंगाजल भरकर देवघर के लिए रवाना हुए।

उन्होंने बताया कि पिछले 13 साल से हम लगातार बाबा को जल अर्पण करते हुए आ रहे हैं। पैर दिव्यांग होने के बावजूद हमारा बाबा भोले के प्रति अटूट श्रद्धा है और यही वजह है कि हम प्रत्येक साल बाबा को जल अर्पण करते हुए आ रहे हैं। 

उन्होंने कहा की रास्ते में कोई परेशानी नहीं होती है। बाबा भोलेनाथ हमारे दुख को समझते हैं और मेरा रास्ता आसान करते हैं। साथ ही दिव्यांग कांवरिया ने कहा जलाभिषेक करने में हम लोगों को परेशानी होती है। अगर प्रशासन सहयोग करें तो हम लोग भगवान भोलेनाथ को अच्छे से जलाभिषेक कर पाएंगे।

भागलपुर से बालमुकुन्द की रिपोर्ट