शिक्षा विभाग बना अखाड़ा! जहां सबसे ज्ञानी अधिकारी और काम के अतिरिक्त सभी कामों में दक्ष मंत्री, उपेंद्र कुशवाहा ने सरकार के काम पर उठाए सवाल

PATNA : बिहार का शिक्षा विभाग कव्वाी का अखाड़ा बन चुका है। यह कहना है पूर्व केंद्रीय मंत्री और रालोजद के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का। शिक्षा विभाग में एसीएस और शिक्षा मंत्री के बीच जिस तरह की तनातनी सामने आई है। उसके बाद उपेन्द्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि ''माननीय मुख्यमंत्री जी, आपका शिक्षा विभाग है या कव्वाली का अखाड़ा ?, जहां एक सनकी मंत्री और एक महासनकी अधिकारी के बीच भिड़ंत चल रहा है।''
सबसे ज्ञानी अधिकारी और सबसे योग्य मंत्री
अपने ट्विट में शिक्षा विभाग पर चुटकी लेते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने लिखा है कि ''अधिकारी ऐसा जो आप ही की तरह अपने को आपके बाद दुनिया का सबसे अधिक ज्ञानी समझता है और मां. मंत्री जी के बारे में तो कहना ही क्या..! शिक्षा मंत्री के काम के अतिरिक्त बाकी सभी काम करने में दक्षता हासिल है उनको। संभालिए सर, अन्यथा आने वाली पीढ़ी कोसेगी।''
इसलिए चर्चा में है शिक्षा विभाग
बिहार का शिक्षा विभाग इन दिनों काफी चर्चा में है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा महादलित टोला सेवकों के लिए जारी किए गए फरमान पर शिक्षा मंत्री और अपर मुख्य सचिव के बीच तनातनी चल रही है, जो अब खुलकर सामने आ गई है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने अपर मुख्य सचिव के के पाठक को पीत पत्र भिजवाया है। तीन पन्नों के इस लेटर में शिक्षा मंत्री ने केके पाठक को जमकर हड़काया है। वहीं जवाबी हमला करते हुए शिक्षा विभाग ने शिक्षा मंत्री के आप्त सचिव को कार्यालय में घुसने पर ही रोक लगा दी है।
वहीं इस लेटर के जारी होने के बाद के के पाठक के समर्थन और विरोध में जदयू और राजद आमने-सामने आ गई है।