गया डीएम और एसएसपी ने दुर्गा पूजा को लेकरअधिकारियों के साथ की बैठक, शांति और विधि व्यवस्था को लेकर दिए कई निर्देश

 गया डीएम और एसएसपी ने दुर्गा पूजा को लेकरअधिकारियों के साथ की बैठक, शांति और विधि व्यवस्था को लेकर दिए कई निर्देश

GAYA : जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम एवं वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती की संयुक्त अध्यक्षता में जिला स्तरीय सभी वरीय पदाधिकारी एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अंचल अधिकारियों, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं थाना अध्यक्ष के साथ आगामी दुर्गा पूजा 2024 के अवसर पर पूर्व से ही किए जाने वाले तैयारी के संबंध में विस्तार से समीक्षा बैठक कर अपने क्षेत्र में पर्व के अवसर पर विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु कई आवश्यक निर्देश दिए हैं। डीएम ने कहा कि 03 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक दुर्गा पूजा आयोजित है। साथ ही इस दौरान से लगातार पर्वो का सिलसिला शुरू हो जाता है। अभी से अगले अगले दो-तीन महीने पूरी तरह फेस्टिव सीजन के रूप में रहता है। इस दौरान अपने क्षेत्र में हर हाल में शांति व्यवस्था एवं विधि व्यवस्था को पालन करवाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्तर से पर्व त्यौहार में शांति सद्भावना को लेकर काफी गंभीर है। पूरी क्लोज मॉनेटरी की जाती है। सांप्रदायिक सद्भावना हर हाल में बनी रहे, यही पहली प्राथमिकता है। उन्होंने जिले के सभी वरीय पदाधिकारी एवं फील्ड के सभी पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि पूर्व के विगत 3 वर्षों में हुई घटनाओ का थानावार लिस्ट तैयार करे और निरोधात्मक कार्रवाई करे। साथ ही उन क्षेत्रों में वर्तमान स्थिति क्या है, उसका भी समीक्षा कर ले। जरूरत पड़ने पर उन क्षेत्रों में स्थानीय लोगो/ समुदायों के साथ बैठक कर जानकारी ले ले। पूर्व में घटित बड़ी घटनाओं वाले एरिया में एसडीओ एव sdpo संयुक्त रूप में निरीक्षण कर ले।

डीएम ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि आने अपने क्षेत्र में जुलूस का मार्ग निर्धारण कर ले। रुट सत्यापन करना बेहद जरूरी रहता है। साथ ही तालाब/ नदी/ पोखरों में जहाँ से गहरा पानी शुरू होता है। वहां पर मजबूती बैरिकेडिंग करवाये, ताकि मूर्ति विसर्जन में कोई हताहत नही हो सके। डीएम ने कहा कि सभी जगहों पर अभी से ही पंडाल निर्माण होना शुरू हो गया है। भवन विभाग के पदाधिकारी को निर्देश दिया कि पंडालों की ठोस्ता की हर हाल में जांच कर ले। इसके अलावा बिजली, अग्निशमन सहित अन्य पदाधिकारी को निर्देश दिया कि फायर सेफ्टी, लूज तार, कमजोर तार, पूरी चैड़ाई के साथ प्रवेश एव निकास की व्यवस्था, सीसीटीवी की व्यवस्था, सहित अन्य जो भी नॉर्म्स हैं, उसको जांच करवाकर, पंडालों में पालन करवा लें, ताकि कहीं कोई हताहत नही हो सके। आम जनों की सुरक्षा सर्वोच्च है, इसके साथ कोई भी समझौता नही किया जाएगा। समय पर्याप्त है, सभी पंडालों की भौतिक जांच करवाएं। डीएम ने कहा कि सभी पूजा पंडालों के अनुज्ञप्ति अनिवार्य है। अनुज्ञप्ति में सभी जरूरी शर्तो को जरूर अंकित करवाये।

डीएम ने कहा कि रावण दहन कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक तैयारी अभी से ही कर ले। गांधी मैदान में इस बार अधिक भीड़ होने की संभावना है। इसलिए अभी से ही प्रॉपर बैरिकेडिंग एवं प्रवेश के साथ-साथ निकास द्वार पर्याप्त रखें। सभी निकास द्वार के गेट को मरम्मती करवा ले ताकि समुचित रूप से गेट खोल सके इसके अलावा गांधी मैदान में रोशनी की पूरी व्यवस्था रखें।

वरीय पुलिस अधीक्षक ने संबोधित करते हुए कहा कि साल दर साल पर्व त्यौहारो का स्वरूप बदलता जा रहा है, हर साल नई-नई चीज इंप्लीमेंट हो रहे हैं। इसी अनुपात में सुरक्षा व्यवस्था आम जनों को उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता है, जिसे पूरी अच्छी तरीके से पालन करवाया जाएगा। सभी अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में आसूचनाओं को पूरी अच्छी तरीके से संग्रहण करें, जो भी निरोधात्मक कार्रवाई करने हैं। उसके लिए अभी से ही प्रतिवेदन भेजना सुनिश्चित करें। ताकि समय सीमा के अंदर कार्रवाई सुनिश्चित कराया जा सके। जिले के बड़े-बड़े माफियाओं को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई हेतु प्रस्ताव भेजें। मूर्ति विसर्जन हेतु सभी रूट का वेरिफिकेशन हर हाल में कर ले। जरूरत पड़े तो ड्रोन के माध्यम से भी भीड़ की निगरानी रखें। इसके अलावा सोशल मीडिया की लगातार मॉनिटरिंग करते रहें। पूजा पंडालून को दिए जाने वाले लाइसेंस में सभी शर्तें को हर हाल में अंकित करें। संवेदनशील क्षेत्र जो पूर्व से चिन्हित है उन पर विशेष नजर रखनी होगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि डीजे किसी भी सूरत में अनुमति नहीं होगी। डीजे संचालकों के साथ बैठक कर उनसे शपथ पत्र भरवा लें। पूजा पंडाल के संचालक को क्राउड कंट्रोल करने हेतु पर्याप्त वालंटियर रखने हेतु निर्देशित करें। भीड़ नियंत्रण के जो भी मानक है उनके साथ कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा। ट्रैफिक व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त रखने के लिए जो भी आवश्यक कार्य हैं उसे करवाया जाएगा। रावण दहन जो विभिन्न स्थानों पर आयोजित होते हैं पिछले वर्ष लगभग 23 स्थान पर रावण दहन हुए थे इस वर्ष भी लगभग 23 स्थान पर रावण दहन होने की सूचना है, उसके लिए सभी संबंधित स्थान पर व्यापक सुरक्षात्मक तैयारी अभी से ही करवा ले।

गया से मनोज की रिपोर्ट

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