सरकारी स्कूल भी हुआ स्मार्ट : ब्लैक बोर्ड अब गुजरे जमाने की बात, अब डिजिटल एलईडी स्क्रीन की सहायता से होती है पढ़ाई

KATIHAR : सरकारी स्कूलों में जाने के बाद सबसे पहले जो चीज नजर आती थी, वह था कक्षाओं में सालों पुराने ब्लैक बोर्ड। इसी ब्लैक बोर्ड की सहायता से दशकों से छात्र पढ़ाई करते रहे हैं। लेकिन अब यह व्यवस्था बदलने लगी है। जिस तरह से प्राइवेट स्कूल में डिजिटल और नई तकनीक की सहायता से पढ़ाई की व्यवस्था की गई है। अब उसी तरह की व्यवस्था सरकारी स्कूलों में नजर आने लगी है। अब सरकारी स्कूलों में भी स्मार्ट क्लास शुरू कर दिया गया है, जिसके बाद कक्षाओं में ब्लैक बोर्ड का स्थान अब नई डिजिटल स्क्रीन ने ले ली है। जिसकी मदद से छात्रों को पढ़ाया जा रहा है। वहीं छात्र भी इस नई व्यवस्था को लेकर बेहद उत्साहित नजर आ रहे हैं।

जिले के 270 सरकारी स्कूलों में की गई व्यवस्था

कोरोना  के दूसरी लहर के लम्बे अंतराल के बाद एक बार फिर से शिक्षा व्यवस्था पटरी पर लौटने लगी है हालांकि विद्यालय पूरी तरह खुलने के बाद छात्र-छात्राओं की उपस्थिति तो ठीक-ठाक है लेकिन खासकर हाल के वर्षों में सरकार द्वारा शुरू किए गए स्मार्ट क्लास को लेकर छात्र-छात्राएं ज्यादा उत्साहित है, कटिहार में 270 विद्यालय में स्मार्ट क्लास का संचालन हो रहा है, कोरोना के बाद स्मार्ट क्लास से जुड़े व्यवस्था को लेकर कितना स्मार्ट है कटिहार शिक्षा विभाग और किस तरह से विद्यालयो में संचालन हो रहा है।

तीन साल पहले शुरू हुई योजना

राजकीयकृत उच्च विद्यालय  के प्रधानाध्यापक अशोक पाठक ने बताया कि तीन साल पहले बिहार सरकार ने सभी सरकारी स्कूलों में उन्नयन स्मार्ट क्लास कार्यक्रम की शुरूआत की थी, लेकिन कोरोना के कारण स्कूल बंद हो गए, जिसके कारण कार्यक्रम को भी बंद करना पड़ गया। अब जब स्कूल फिर से खोल दिया गया है, तो उस कार्यक्रम को फिर से लागू कर दिया गया है। इस नई व्यवस्था को लेकर छात्रों में भी उत्साह नजर आ रहा है। 

वहीं छात्रों का कहना है कि बोर्ड पर पढ़ाई करने से यह पूरी तरह से दिमाग में नहीं बैठता था, जबकि एनिमेशन की सहायता से पढ़ाई करने पर यह आसानी से समझ में आता है और इसे लंबे समय तक याद रखने में सहायता मिलती है। इससे पढ़ाई भी आसान हो गई है। 

REPORTED BY SHYAM