अविश्वास प्रस्ताव पर आज मोदी का पलटवार,विपक्ष के सवालों का देंगे चुन चुन कर जवाब,बड़ा सवाल,इंडिया गठबंधन को हासिल क्या होगा?

दिल्ली- लोकसभा में सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का आज तीसरा और आखिरी दिन है. चर्चा के अंत में शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे, जिसके बाद अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी. इस बीच विपक्ष की तरफ से चर्चा है कि दिल्ली सेवा बिल की ही तरह लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान विपक्ष वॉक आउट कर जाए और अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से खारिज हो जाएगा. 

मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार के खिलाफ संसद में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जवाब देंगे. इस दौरान पीएम मोदी विपक्ष पर हमलावर हो सकते हैं. शाम चार बजे पीएम नरेंद्र मोदी सदन में अपनी सरकार की बात रखेंगे.मणिपुर हिंसा मामले में अमित शाह ने एक दिन पहले अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ जवाब देते हुए सदन में कहा कि मैं पूरे देश को बताना चाहता हूं, प्रधानमंत्री ने हिंसा की खबरें देखते ही मुझे रात में चार बजे और अगली सुबह साढ़े छह फोन किया. और विपक्ष कहता है कि मोदी जी को बिल्कुल चिंता नहीं है. शाह ने कहा कि हमने तीन दिन तक लगातार काम किया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मुख्य सचिव और डीजीपी को बदल दियागया.उन्होंने  सदस्यों को जानकारी देते हुे बताया कि हिंसा शुरू होने के चौबीस घंटों के अंदर कार्रवाई की गई.

जहां तक लोकसभा में संख्या बल की बात है तो यह विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को भी पता है कि लोकसभा में चर्चा के बाद जब वोट डाले जाएंगे तो उसका अविश्वास प्रस्ताव नहीं टिकेगा क्योंकि 545 सीटों वाली लोकसभा में बहुमत का आंकड़ा 272 है और अकेले एनडीए के सबसे प्रमुख घटक दल बीजेपी के पास ही 300 से अधिक सीटें हैं. वहीं कांग्रेस समेत विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के पास क़रीब 141 सदस्यों का समर्थन हीं प्राप्त है. तो फिर सवाल उठता है कि विपक्ष ने मोदी सरकार के खिलाफ क्यों अविश्वास प्रस्ताव लाया? विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव को एक हथियार के तरह इस्तेमाल किया है, विपक्ष सरकार को कई मुद्दों पर घेरना चाहता था. विपक्ष मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री से लगातार वक्तव्य देने की मांग कर रहा है. विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी समेत कई मुद्दों पर सरकार को कठघरे में खड़ा करना था शायद यहीं कारण है कि विपक्ष मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया.