प्रेमचंद जयंती पर प्रगतिशील लेखक संघ करेगा अरवल में परिचर्चा : गजेन्द्र शर्मा
ARWAL : अखिल भारतीय प्रगतिशील लेखक संघ की जिला इकाई अरवल द्वारा 31 जुलाई, 2022 को महान कथाकार प्रेमचंद की 142वीं जयंती मनायी जा रही है। प्रगतिशील लेखक संघ के बिहार राज्य कार्यकारिणी सदस्य व अरवल जिला सचिव गजेन्द्र कान्त शर्मा ने इस आयोजन की जानकारी दी है।
श्री शर्मा ने बताया कि प्रेमचंद एक पराधीन देश के लेख थे, परंतु उनका साहित्य तत्कालीन साम्राज्यवादी ब्रिटिश राज की जड़ों पर कुठाराघात करता है। वे सामंतवाद, पूंजीवाद और इनसे उत्पन्न होने वाली विकृतियों के प्रखर आलोचक रचनाकार हैं। उनका साहित्य साधारण मनुष्य की गरिमा, ईमानदारी, साहस और संघर्ष, मानवतावाद और मातृभूमि के प्रति प्रेम के उच्चादर्शों के लिए बलिदान करने की तत्परता को सामने लाता है।
आगे उन्होंने कहा कि प्रेमचंद आज भी भारतीय उप महाद्वीप में अंतर्राष्ट्रीय महत्व के सबसे बड़े कथाकार हैं। जिस तरह अंग्रेजी गल्प में डिकेंस, वेल्स, हार्डी, किल्पिंग, ब्रांटी आदि का, फ्रांसीसी में मोपांसा, बल्ज़ाक, पियरलोटी, फ़्लोबेर, स्टैण्डल आदि का, रूसी कथा साहित्य में टॉलस्टॉय, गोर्की, फ्योदोर दोस्तोवस्की आदि का अंतर्राष्ट्रीय महत्व है, उसी तरह उर्दू-हिंदी में प्रेमचंद अंतर्राष्ट्रीय महत्व के लेखक हैं।
श्री शर्मा ने कहा कि प्रेमचंद वास्तव में एक जीवंत क्लासिक हैं। उन्हें आज भी जनसाधारण द्वारा खूब पढ़ा जाता है क्योंकि वे आज भी उतने ही जीवित हैं, जितना कि वे अपने समय में थे। उन्होंने अपने साहित्य में जिस भारत का चित्रण किया है, वह भारत महज़ थोड़े ढाँचागत बदलाव के साथ हमारे समय में भी बुनियादी तौर पर विद्यमान है। इसलिए प्रेमचंद की 142वीं जयंती के मौके पर दोपहर 12 बजे से सर गणेश उच्च माध्यमिक विद्यालय, जयपुर, अरवल के परिसर में ‛प्रेमचंद और हमारा समय’ विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया है जिसमें प्रगतिशील विचारों के वाहक लेखक, पत्रकार, बुद्धिजीवी, छात्र आदि भारी संख्या में शामिल होने जा रहे हैं।