हल्दीराम पर होगा टाटा ग्रुप का अधिकार! कंपनी ने मांगी इतने अरब डॉलर की राशि

DESK : देश में नमकीन और मिक्चर के क्षेत्र में हल्दीराम किसी पहचान की मोहताज नहीं है। शहर से गांव तक हल्दीराम के कई प्रोडक्ट बिकते हैं। यहां तक कि देश भर में हल्दीराम के 150 से ज्यादा रेस्टोरेंट है। अब इस हल्दीराम के बिकने की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि देश में सबसे पसंदीदा भुजिया नमकीन समेत अन्य मिठाई बेचने वाली रिटेल चेन हल्दीराम अब बिकने को तैयार है और इसे टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Product's) खरीद सकती है. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दोनों कंपनियों के बीच इस संबंध में बातचीत का दौर जारी है।

हल्दीराम के मालिकों ने मांगे 10 अरब डॉलर

इस डील के लिए हल्दीराम की ओर से 10 अरब डॉलर का वैल्यूएशन रखा गया है. हालांकि, इसे लेकर दोनों कंपनियों के बीच अभी बातचीत का दौर जारी है और कोई आखिरी फैसला नहीं किया गया है. रिपोर्ट में इस बात का जिक्र भी किया गया है कि टाटा ग्रुप स्नैक्स कंपनी में 51% से अधिक की हिस्सेदारी खरीदना चाहता है, लेकिन उसकी ओर से Haldiram से कहा गया है कि जो डिमांड रखी जा रही है, वह बहुत अधिक है। ऐसे में दोनों कंपनियों के बीच पैसे को आखिर बातचीत होनी बाकी है। अगर यह डील पूरी होती है, तो यह भारत में सबसे बड़ी बिजनेस डील में से एक होगा।

1937 में शुरू हुआ था कारोबार

करीब 85 साल पहले साल 1937 में भुजिया, नमकीन और मिठाइयां बनाने वाली कंपनी हल्दीराम की शुरुआत हुई थी, लेकिन लंबे समय तक इस सेक्टर में अपना दबदबा कायम रखने वाली ये कंपनी अब बिकने जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, Tata Consumer हल्दीराम में 51 फीसदी की बड़ी हिस्सेदारी खरीदकर इसे अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर सकती है। हालांकि, अभी तक न तो Tata Group और न ही Haldiram कंपनी की ओर से इस डील को लेकर कोई टिप्पणी की गई है।

देश विदेश में 150 से ज्यादा रेस्तरां

भारत में स्नैक्स मार्केट करीब 6.2 अरब डॉलर का है और इस मार्केट में करीब 13 फीसदी हिस्सेदारी हल्दीराम की है. न केवल भारत में बल्कि सिंगापुर और अमेरिका जैसे विदेशी बाजारों में Haldiram के प्रोडक्ट्स की जबरदस्त डिमांड है। कंपनी के पास स्थानीय भोजन, मिठाइयां और वेस्टर्न फूड्स बेचने वाले लगभग 150 रेस्तरां मौजूद हैं। इसके अलावा Pepsi का भी इस मार्केट में दबदबा है और उसकी Lays चिप्स भी लगभग 12 फीसदी ही हिस्सेदारी रखती है।

रिलायंस रिटेल से होगी टक्कर

Tata Consumer Product अगर हल्दीराम के साथ ये डील सफलतापूर्वक पूरी कर लेती है, तो फिर टाटा ग्रुप की टक्कर इस मार्केट में पहले से मौजूद अरबपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस रिटेल (Reliance Ratail), आईटीसी (ITC) समेत अन्य बड़ी कंपनियों से होगी. बुधवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, हल्दीराम 10 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री के बारे में बेन कैपिटल समेत अन्य प्राइवेट इक्विटी फर्म्स के साथ भी बातचीत कर रही है।