Sawan somwar: सावन का दुसरा सोमवार, बाबा विश्वनाथ का होगा विशेष श्रृंगार, गौरी शंकर स्वरूप में देंगे दर्शन
वाराणसी: श्रावण मास में शिव भक्तों के लिए सोमवार का खास महत्व होता है। इसी कड़ी में बाबा विश्वनाथ मंदिर में इस बार के दूसरे सोमवार को देवाधिदेव महादेव का गौरी-शंकर स्वरूप में विशेष श्रृंगार किया जाएगा। इस अलौकिक रूप के दर्शन का सौभाग्य न केवल कांवड़ियों को मिलेगा, बल्कि आम श्रद्धालु भी इस दिव्य दृश्य के साक्षी बन सकेंगे। पहले सोमवार को बाबा की चल प्रतिमा का श्रृंगार किया गया था। श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को बाबा के अलग-अलग दिव्य रूपों में श्रृंगार की परंपरा निभाई जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते गुरुवार को वाराणसी दौरे के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि कांवड़ यात्रा को पूरी तरह सुरक्षित और सुगम बनाया जाए।
हर सोमवार को अलग रूप में दिखेंगे बाबा विश्वनाथ
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि इस सोमवार को बाबा विश्वनाथ का गौरी-शंकर (शिव-पार्वती) स्वरूप में श्रृंगार किया जाएगा। यह स्वरूप महादेव के पारिवारिक सौंदर्य और दिव्यता का प्रतीक माना जाता है। तीसरे सोमवार यानी 28 जुलाई को बाबा का अर्धनारीश्वर रूप, जबकि चौथे सोमवार को रुद्राक्ष श्रृंगार किया जाएगा। 9 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के दिन विशेष झूला श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। दर्शन पथ पर रेड कार्पेट बिछाई जाएगी और फूलों की वर्षा कर भक्तों का स्वागत किया जाएगा। साथ ही, दर्शन में कोई परेशानी न हो इसके लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था: जल, थल और आकाश से निगरानी
श्रावण मास की भीड़ को देखते हुए वाराणसी पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि गंगा नदी में कांवड़ियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। आकाश से निगरानी के लिए आठ ड्रोन लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं और एक विशेष ड्रोन ऊँचाई से गतिविधियों पर नजर रखेगा। पूरे धाम क्षेत्र में 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जो हर पल की गतिविधियों को रिकॉर्ड कर रहे हैं। 10 क्विक रिस्पॉन्स टीम्स 24 घंटे तैनात हैं, जबकि 20 से ज्यादा मोटरसाइकिल दस्ते शहर में गश्त करेंगे। कुल मिलाकर 1,500 से अधिक पुलिसकर्मी चौबीसों घंटे ड्यूटी पर हैं।
यातायात और श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था
काशी विश्वनाथ धाम को जोड़ने वाले प्रमुख मार्गों पर यातायात डायवर्जन और नो एंट्री की व्यवस्था शनिवार से लागू हो गई है, जो मंगलवार सुबह तक जारी रहेगी। प्रयागराज से काशी आने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग की बाईं लेन को विशेष रूप से कांवड़ियों के लिए आरक्षित किया गया है। मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्रों में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अस्थाई पुलिस चौकियाँ भी बनाई गई हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह निर्धारित मार्गों का ही उपयोग करें और प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, ताकि धार्मिक आस्था और सुरक्षा दोनों सुनिश्चित हो सके।