UP Deoria crime news: कलयुग का कंस मामा और मामी! अपने बेटे के लिए सगी भांजी को उतारा मौत के घाट, मारने का तरीका जान कांप जाएगा बदन
घटना अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र के प्रति समाज में व्याप्त भ्रांतियों की भयावह सच्चाई को उजागर करती है। तंत्र-मंत्र और झूठे विश्वास ने एक मासूम बच्ची की जान ले ली।
UP Deoria crime news:उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में अंधविश्वास के चलते रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां एक मामा और मामी ने तंत्र-मंत्र के बहकावे में आकर अपनी 13 वर्षीय भांजी की बलि चढ़ा दी। आरोपी मामा-मामी का दावा है कि देवी मां ने सपने में आकर नाबालिग बच्ची की बलि देने का आदेश दिया था, जिससे उनका बेटा स्वस्थ हो जाएगा।
शव की बरामदगी
27 नवंबर को भटनी थाना क्षेत्र के डेहरा डाबर गांव में बच्ची का अर्धनग्न शव मिला। शव पर चाकू से किए गए कई वार के निशान थे। मृतका, भटनी थाना क्षेत्र के भरहे चौरा गांव की निवासी थी। बच्ची अपने पिता के ननिहाल शादी समारोह में दादी के साथ आई थी। शादी वाले दिन बच्ची खेलते हुए आरोपी मामा शेषनाथ यादव और मामी सविता यादव के पास पुराने घर चली गई। दोनों ने बच्ची को बहला-फुसलाकर वहां रोक लिया। सन्नाटा होने पर उन्होंने बच्ची की बलि दे दी।
पुलिस कार्रवाई
बच्ची का शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने शव के पास से एक शाल और जेंट्स बनियान बरामद की।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बच्ची के पेट, सीने, ललाट, और हाथ समेत पांच जगहों पर चाकू से वार की पुष्टि हुई। इन घावों से खून निकालकर तंत्र-मंत्र की प्रक्रिया पूरी की गई। वही लाश के पास बरामद कपड़ों में शाल मामी सविता की और बनियान मामा शेषनाथ यादव की निकली। पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात कबूल कर ली। हत्या के बाद खून से सने कपड़े और चाकू को घर के छज्जे पर छुपा दिया गया था।
अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र
मामी सविता ने यूट्यूब के माध्यम से तंत्र-मंत्र की जानकारी जुटाई। उसने बताया कि सपने में देवी मां ने कहा कि नाबालिग बच्ची की बलि से उनका मानसिक रोगी बेटा स्वस्थ हो जाएगा। इस दौरान उन्होंने शादी के बहाने उन्होंने बच्ची को बलि के लिए चुना।
चाकू से वार कर उसके खून का उपयोग किया। मामले पर पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपियों को तंत्र-मंत्र की जानकारी देने वाला कोई और व्यक्ति तो शामिल नहीं था।