US-China Deal: जिनपिंग के आगे झुके ट्रंप! TikTok को अमेरिका में काम करने की मिली छूट
US-China Deal: मैड्रिड में हुई व्यापार वार्ता के बाद TikTok को अमेरिका में काम करने की छूट मिल गई है। ट्रंप और शी जिनपिंग शुक्रवार को इस समझौते को अंतिम रूप देंगे।
US-China Deal: स्पेन की राजधानी मैड्रिड में अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता सफलतापूर्वक पूरी हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को घोषणा की कि इस बैठक का सबसे बड़ा नतीजा TikTok पर हुआ समझौता है। अब TikTok को अमेरिका में बिना किसी पाबंदी के बिजनेस करने की अनुमति मिल गई है। बाइटडांस को अपनी अमेरिकी हिस्सेदारी किसी अमेरिकी कंपनी को बेचने की शर्त से भी राहत मिल गई है। यह नतीजा ट्रंप की शुरुआती नीतियों से बिल्कुल अलग माना जा रहा है। राष्ट्रपति पद संभालते ही उन्होंने चीन को अमेरिका का "सबसे बड़ा दुश्मन" कहा था और 150% तक टैरिफ लगाया था।
ट्रंप और शी जिनपिंग की मुलाकात
ट्रंप ने पुष्टि की कि इस हफ्ते के अंत में वह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप इस बैठक में व्यापार समझौते को जल्द अंतिम रूप देने का प्रयास करेंगे।अमेरिका में बढ़ती महंगाई और चीन की ओर से रेयर अर्थ सप्लाई में देरी अमेरिकी डिफेंस और ऑटो उद्योग के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। वहीं, चीन ने हाल ही में अमेरिकी सेमीकंडक्टर कंपनी Nvidia पर जांच शुरू की है, जिससे तनाव और गहरा गया है।
ट्रंप का सोशल मीडिया संदेश
अपने अंदाज में ट्रंप ने Truth Social पर लिखा कि यूरोप में हुई अमेरिका–चीन व्यापार बैठक सफल रही है और यह जल्द पूरी होगी। उन्होंने TikTok को लेकर हुए समझौते का जिक्र करते हुए कहा कि यह अमेरिकी युवाओं के लिए बड़ी खुशी की बात है। उन्होंने यह भी बताया कि शुक्रवार को उनकी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत होगी।
अमेरिकी वित्त मंत्री का बयान
अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा कि TikTok सौदे के लिए टाइमलाइन तय कर ली गई है। उनके अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप और राष्ट्रपति शी इस सप्ताह सौदे को अंतिम रूप देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि अगली व्यापार वार्ता एक महीने बाद किसी अन्य स्थान पर होगी।
TikTok पर अमेरिकी चिंता और नई स्थिति
अब तक अमेरिका में TikTok पर डेटा प्राइवेसी और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जाती रही है। कांग्रेस ने TikTok पर बैन की मंजूरी दी थी, शर्त यह थी कि बाइटडांस अपनी अमेरिकी हिस्सेदारी बेच दे। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस फैसले को बरकरार रखा था।हालांकि ट्रंप ने इस आदेश की समय सीमा तीन बार बढ़ाई। अब नए समझौते के बाद TikTok को अमेरिका में काम करने की पूरी छूट मिल गई है।
राजनीतिक और रणनीतिक निहितार्थ
आलोचकों का कहना है कि TikTok पर यह समझौता ट्रंप की रणनीतिक हार है क्योंकि यह उनकी चीन-विरोधी नीतियों के विपरीत है। वहीं, बीजिंग के लिए यह जीत है क्योंकि बिना हिस्सेदारी बेचे ही TikTok अमेरिका में टिक गया।विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिकी युवाओं की भारी संख्या में TikTok इस्तेमाल को देखते हुए ट्रंप चुनावी साल में इसे पूरी तरह बैन करने का जोखिम नहीं उठा पाए। यही कारण है कि यह डील दोनों देशों के बीच बड़े राजनीतिक और रणनीतिक निहितार्थ लेकर आई है।