छठ पूजा के मौके पर घर लौटने वाले श्रद्धालुओं के लिए रेलवे ने एक खास पहल की है। मालदा रेल मंडल ने भागलपुर-जमालपुर-किउल रेलखंड पर कई स्पेशल ट्रेनों का ऐलान किया है, ताकि छठ पर्व के दौरान भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और लोग सुरक्षित और आसानी से अपने घर पहुंच सकें। इस पहल से हजारों श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा, जो हर साल बिहार और उत्तर प्रदेश में छठ पूजा मनाने के लिए अपने घर लौटते हैं।
विशेष ट्रेनों का शेड्यूल
शनिवार को आनंद विहार से भागलपुर के लिए एक विशेष ट्रेन (स्पेशल ट्रेन) पूर्वाह्न 11:30 बजे रवाना हुई, जो रविवार को पूर्वाह्न 11:40 बजे भागलपुर पहुंचेगी। इसके अलावा, रविवार को भागलपुर से दो और विशेष ट्रेनें रवाना होंगी।
- भागलपुर से आनंद विहार के लिए स्पेशल ट्रेन - रविवार को अपराह्न 14:30 बजे भागलपुर से आनंद विहार के लिए एक स्पेशल ट्रेन प्रस्थान करेगी। यह ट्रेन सोमवार अपराह्न 14:30 बजे आनंद विहार पहुंचेगी।
- भागलपुर से उज्जैन के लिए स्पेशल ट्रेन - रविवार को संध्या 5:30 बजे भागलपुर से उज्जैन के लिए एक स्पेशल ट्रेन रवाना होगी, जो सोमवार अपराह्न 12:30 बजे उज्जैन पहुंचेगी।
इन ट्रेनों के रुकने के लिए कई महत्वपूर्ण स्टेशन चुने गए हैं ताकि अधिक से अधिक यात्री इस सुविधा का लाभ उठा सकें। ये ट्रेनें सुल्तानगंज, जमालपुर, अभयपुर, किउल, लखीसराय, हाथीदह, मोकामा, बख्तियारपुर, पटना, दानापुर, आरा, बक्सर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, प्रयागराज और कानपुर सेंट्रल जैसी जगहों पर ठहराव लेंगी। उज्जैन जाने वाली स्पेशल ट्रेन मिर्जापुर, चौकी मानिकपुर, सतना, कटनी और संत हरिदास नगर स्टेशन पर भी रुकेगी।
पूर्व रेलवे कोलकाता के सीपीआरओ कौशिक मित्र ने बताया कि छठ पूजा के समय बिहार और उत्तर प्रदेश के लाखों लोग अपने घर लौटते हैं, जिससे ट्रेनों में भारी भीड़ होती है। इसे ध्यान में रखते हुए, रेलवे ने इन विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की है ताकि लोग आराम से और सुरक्षित तरीके से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें। इन विशेष ट्रेनों में अनारक्षित डिब्बों का प्रावधान किया गया है, जिससे अंतिम समय में यात्रा करने वाले यात्रियों को आसानी हो सके। यह निर्णय उन लोगों के लिए एक राहत भरा कदम है, जो बिना आरक्षण के भी यात्रा करना चाहते हैं।
छठ पूजा पर घर लौटने वालों के लिए सुरक्षित सफर का आश्वासन
छठ पर्व का समय बिहार और आसपास के राज्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान रेलवे द्वारा विशेष ट्रेनों की शुरुआत एक बड़ा कदम है, जिससे भक्तों को अपने घर तक पहुंचने में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। छठ पूजा में परिवार के साथ होने की परंपरा को ध्यान में रखते हुए, रेलवे ने भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात करने का निर्णय लिया है। रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे समय से पहले स्टेशन पर पहुंचें ताकि भीड़-भाड़ में किसी भी तरह की असुविधा से बचा जा सके। रेलवे ने कहा है कि इन ट्रेनों के माध्यम से बड़ी संख्या में लोग सफर करेंगे, इसलिए यात्रियों को धैर्य बनाए रखने और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
छठ पूजा पर विशेष रेल सेवाओं का महत्व
हर साल छठ पर्व के अवसर पर बड़ी संख्या में लोग अपने घर लौटते हैं, जिससे ट्रेनों में भारी भीड़ होती है। रेलवे का यह कदम इस बार भी यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में सराहनीय साबित होगा। ये विशेष ट्रेनें न केवल यात्रियों को राहत पहुंचाएंगी, बल्कि यह सुनिश्चित करेंगी कि हर कोई समय पर अपने घर लौट सके और अपने परिवार के साथ छठ पूजा का आनंद ले सके। रेलवे अधिकारियों ने संकेत दिया है कि छठ पूजा की बढ़ती मांग को देखते हुए अन्य विशेष ट्रेनों की घोषणा भी की जा सकती है। यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि यात्रियों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर हर संभव सुविधा प्रदान की जाए।
छठ पर्व पर रेलवे का योगदान: धार्मिक जुड़ाव और जनसुविधा
रेलवे की ओर से इन विशेष ट्रेनों की सुविधा बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रवासियों के लिए एक भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक है। छठ पूजा, जो इन राज्यों के लोगों के लिए बेहद खास होती है, के समय घर लौटने की चाहत रखने वाले यात्रियों के लिए यह सुविधा निस्संदेह एक वरदान की तरह है। रेलवे की इस सेवा से न केवल घर लौटने वाले श्रद्धालु लाभान्वित होंगे, बल्कि यह कदम यह भी दर्शाता है कि रेलवे अपनी सेवाओं को लोगों की जरूरतों के अनुसार ढालने का हर संभव प्रयास कर रहा है