Martyr mohd. imtiyaz - बिहार के शहीद मो. इम्तियाज को मिला सम्मान, शहीद जवान के नाम पर होगा इस पोस्ट का नामकरण, बीएसएफ ने किया ऐलान

Martyr mohd. imtiyaz - पाकिस्तान हमले में शहीद बीएसएफ इंस्पेक्टर मो. इम्तेयाज और कांस्टेबल दीपक कुमार के सम्मान नेे बीएसएफ ने अपने एक पोस्ट का नाम करने का फैसला लिया है।

Martyr mohd. imtiyaz - बिहार के शहीद मो. इम्तियाज को मिला सम
शहीद मो. इम्तियाज को सम्मान- फोटो : NEWS4NATION

N4N Desk - पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर में  देश की सुरक्षा में शहीद हुए बिहार के गोपालगंज के रहनेवाले मो. इम्तियाज और कांस्टेबल दीपक   चिंगखम के सम्मान में बीएसएफ ने बड़ा निर्णय लिया है। बीएसएफ ने अपने एक पोस्ट का नाम बीएसएफ के शहीद इंस्पेक्टर मो. इम्तेयाज के नाम पर करने करने का निर्णय लिया है। 

जहां शहीद हुए, वहीं मिला नाम

वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए बीएसएफ के महानिदेशक (डीजी) दलजीत सिंह चौधरी ने गुरुवार को घोषणा की कि जिन सीमा चौकियों पर उन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया, अब उन पर उनके नाम होंगे। उन्होंने इसे बीएसएफ की परंपरा बताया और कहा कि, इसके तहत शहीदों की बहादुरी और बलिदान को हमेशा याद रखा जाता है

बता दें कि, जम्मू के आर एस पुरा इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 10 मई को सीमा पार से हुई गोलीबारी बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज और कांस्टेबल दीपक चिंगखम में शहीद हो गए थे.

इस अवसर पर, बीएसएफ के महानिदेशक ने जम्मू में अमर प्रहरी स्मारक पलौरा कैंप में शहीदों की याद में पुष्पांजलि अर्पित की. बीएसएफ ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "दोनों बहादुरों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपने सीमा चौकी पर दुश्मन की गोलीबारी और गोलाबारी का सामना करते हुए वीर गति को प्राप्त किया. राष्ट्र की सेवा में उनके सर्वोच्च बलिदान को नमन.

एक पोस्ट का नाम  सिंदूर 

बीएसएफ के आईजी जम्मू, शशांक आनंद ने  कहा कि पाकिस्तान द्वारा बीएसएफ चौकियों पर ड्रोन हमले और गोलाबारी में हमने बीएसएफ के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज, कॉन्स्टेबल दीपक कुमार और भारतीय सेना के नायक सुनील कुमार को खो दिया।  हम अपने दो पोस्ट (सांबा) का नाम अपने खोए हुए कर्मियों के नाम पर रखने का प्रस्ताव रखते हैं और एक पोस्ट का नाम 'सिंदूर' रखने का प्रस्ताव रखते हैं। 

उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बीएसएफ की महिलाकर्मियों ने अग्रिम ड्यूटी चौकियों पर लड़ाई लड़ी। हमारी बहादुर महिला कर्मियों, सहायक कमांडेंट नेहा भंडारी ने एक अग्रिम चौकी की कमान संभाली, कॉन्स्टेबल मंजीत कौर, कॉन्स्टेबल मलकीत कौर, कॉन्स्टेबल ज्योति, कॉन्स्टेबल सम्पा और कॉन्स्टेबल स्वप्ना और अन्य ने इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ अग्रिम चौकियों पर लड़ाई लड़ी।