आ गया भारत का E-Passport, हाईटेक चिप और सुरक्षा के अभेद्य कवच
भारत में एडवांस सिक्योरिटी फीचर्स वाले ई-पासपोर्ट को रोलआउट कर दिया गया है. नया पासपोर्ट कई मामलों में एडवांस होगा, जिसकी वजह से इमिग्रेशन काउंटर पर वेरिफिकेशन का वक्त कम हो जाएगा. साथ ही इसमें RFID चिप लगी होगी.
भारत ने अपने पासपोर्ट सिस्टम को अपग्रेड करते हुए नेक्स्ट जेनरेशन ई-पासपोर्ट को रोलआउट करना शुरू कर दिया है। यह नया पासपोर्ट अत्याधुनिक सुरक्षा फीचर्स से लैस है, जिसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) चिप लगी होगी। इस चिप में उपयोगकर्ता का एन्क्रिप्टेड बायोमेट्रिक्स डेटा, फोटो और फिंगरप्रिंट जैसी व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रूप से स्टोर होगी। इसके अतिरिक्त, ई-पासपोर्ट में इंटरलॉकिंग माइक्रोलेटर्स और रीलिफ टिंट्स जैसे कटिंग-एज सुरक्षा फीचर्स भी होंगे। विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, यह हाई-टेक सिस्टम न केवल फ्रॉड और टेंपरिंग के मामलों को रोकेगा, बल्कि एक ही व्यक्ति के पास एक से अधिक पासपोर्ट होने जैसे मामलों को तुरंत डिटेक्ट कर सकेगा, जिससे पासपोर्ट सिस्टम में धोखाधड़ी पर लगाम लगेगी।
पुराने पासपोर्ट की वैधता और नए सिस्टम का ट्रांजिट प्लान
रोलआउट के तहत अब सभी नए पासपोर्ट ई-पासपोर्ट होंगे। हालाँकि, मौजूदा नॉन-इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट धारकों को घबराने की ज़रूरत नहीं है; उनके पुराने पासपोर्ट उनकी एक्सपायरी डेट तक वैध बने रहेंगे। सरकार की योजना है कि जून 2025 तक देश पूरी तरह से ई-पासपोर्ट सिस्टम में ट्रांजिट कर जाए। अब तक, विदेश मंत्रालय भारत में लगभग 80 लाख ई-पासपोर्ट जारी कर चुका है और विदेशों में स्थित भारतीय मिशनों के माध्यम से भी 60,000 से अधिक ई-पासपोर्ट जारी किए गए हैं। कॉन्टैक्टलेस डेटा रीडिंग क्षमता के कारण इमिग्रेशन काउंटरों पर वेरिफिकेशन की प्रक्रिया काफी तेज हो जाएगी, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।
पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम का अपग्रेडेड वर्जन और AI का उपयोग
पासपोर्ट सिस्टम को और अधिक कुशल बनाने के लिए, मई 2025 में पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम (PSP) वर्जन 2.0 शुरू किया गया था। यह नया सिस्टम AI चैटबॉट और वॉयस बॉट एप्लीकेशन के साथ आएगा, जिसमें बेहतर सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग किया जाएगा। यह सिस्टम डिजिलॉकर, आधार और पैन जैसी सेवाओं के साथ भी इंटीग्रेट होगा ताकि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया आसान हो सके। PSP V2.0 के तहत अब 37 रिजनल पासपोर्ट ऑफिस, 93 पासपोर्ट सेवा केंद्र और 451 पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र काम कर रहे हैं, जो लोगों को एक बेहतर और हाई-टेक पासपोर्ट अनुभव प्रदान करने के लिए तैयार हैं।