नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने दिया इस्तीफा, प्रधानमंत्री केपी ओली शर्मा ने भी छोड़ा पद, संसद भवन जलाया

मंगलवार दोपहर प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया, जिसे राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया था। लेकिन आज जैसे ही विरोध और उग्र हुआ, राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया।

Nepals President Ramchandra Paudel

Nepal : नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने इस्तीफा दे दिया. इसके पहले मंगलवार दोपहर ही प्रधानमंत्री केपी ओली शर्मा ने भी इस्तीफा दे दिया था. नेपाल में सोशल मीडिया को प्रतिबंधित किये जाने के बाद से उपजे जनाक्रोश के बाद काठमांडू सहित देश के सभी शहरों में स्थिति अराजक हो चुकी है. 


नेपाल इस समय अपने सबसे बड़े राजनीतिक और सामाजिक संकटों में से एक का सामना कर रहा है। मंगलवार को पहले प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और फिर आज राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। इन इस्तीफों ने देश में पहले से ही फैले जनाक्रोश और अराजकता को और गहरा कर दिया है। इसके पहले कई मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया. वहीं वित्त मंत्री को लोगों को काठमांडू की सड़कों पर दौड़ा दौड़ाकर पिटा. 



बीते सप्ताह सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से देशभर में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए थे। काठमांडू, पोखरा, विराटनगर समेत कई शहरों में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। युवाओं और छात्रों के नेतृत्व में हो रहे इन प्रदर्शनों में सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी, इंटरनेट बहाली की मांग और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आवाज़ उठाई जा रही है।


सोशल मीडिया पर लगे प्रतिबंध को ‘तानाशाही कदम’ बताते हुए जनता ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों से इस्तीफे की मांग की थी। मंगलवार दोपहर प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया, जिसे राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया था। लेकिन आज जैसे ही विरोध और उग्र हुआ, राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया।



स्थिति की गंभीरता को देखते हुए काठमांडू और अन्य प्रमुख शहरों में धारा 144 लागू कर दी गई है, और सुरक्षाबलों को अलर्ट पर रखा गया है। कई जगहों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें भी हुई हैं। राजनीतिक अस्थिरता और इंटरनेट पर सेंसरशिप के चलते नेपाल एक गंभीर लोकतांत्रिक संकट के मुहाने पर खड़ा है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि देश की संसद और संवैधानिक संस्थाएं इस अभूतपूर्व संकट से निपटने के लिए क्या कदम उठाती हैं।