Dussehra 2025 : विजयादशमी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की L-70 गन डिफेंस सिस्टम की पूजा, जानिए क्या है खासियत

Dussehra 2025 : विजयादशमी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने L-70 गन डिफेंस सिस्टम का पूजा किया। इस गन का इस्तेमाल ऑपरेशन सिंदूर में किया गया था। L-70 गन एक मिनट में 300 गोले दागती है।

Dussehra 2025 : विजयादशमी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की
राजनाथ सिंह ने की शस्त्र पूजा - फोटो : SOCIAL MEDIA

N4N DESK : विजयादशमी 2025 के अवसर पर, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुजरात के भुज में स्थित लक्की नाला सैन्य चौकी में शस्त्र पूजा में भाग लिया। यहां L-70 गन डिफेंस सिस्टम का पूजा किया। इस गन का इस्तेमाल ऑपरेशन सिंदूर में किया गया था। L-70 गन एक मिनट में 300 गोले दागती है। 3,500 मीटर तक टारगेट कर सकती है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराने में L-70 सिस्टम ने अहम भूमिका निभाई थी। इस दौरान उन्होंने बहु-एजेंसी क्षमता अभ्यास का भी निरीक्षण किया। तीनों सेनाओं - जल सेना, वायु सेना और थल सेना के जवानों के बीच पहुंचे राजनाथ सिंह ने इस दौरान पड़ोसी देश पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया।

'शास्त्रों की रक्षा शस्त्र से ही संभव'

रक्षा मंत्री ने भारतीय संस्कृति में शस्त्र और शास्त्र के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "आप हमारे देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को ध्यान से देखिए, उनके एक हाथ में शास्त्र है और दूसरे में शस्त्र भी।" 

भारतीय सभ्यता की ताकत

राजनाथ सिंह ने समझाया कि यह इस बात का प्रतीक है कि ज्ञान (शास्त्र) की रक्षा शक्ति (शस्त्र) से ही की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे पास ज्ञान है, लेकिन उसे बचाने की शक्ति नहीं है, तो वह ज्ञान नष्ट हो जाएगा। इसी तरह, अगर केवल शक्ति हो और उसका मार्गदर्शन करने वाला ज्ञान न हो, तो वह अराजकता को जन्म देगी। उन्होंने इस संतुलन को भारतीय सभ्यता की ताकत बताया।

'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता और आतंकवाद के खिलाफ जारी लड़ाई

राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए भारतीय सेना की सराहना की। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान ने भारतीय रक्षा प्रणाली को भेदने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने पाकिस्तानी वायु रक्षा तंत्र को बेनकाब कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत की सैन्य कार्रवाई का उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ था, न कि युद्ध छेड़ना। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के सभी सैन्य उद्देश्यों को सफलतापूर्वक हासिल कर लिया है, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी।