RANCHI : गणतंत्र दिवस के मौके पर झारखंड के मुख्यमंत्री एवं मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित हेमंत सोरेन ने दुमका में झंडोतोलन किया। इस समारोह का आयोजन दुमका के पुलिस लाइन मैदान में किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अन्याय के खिलाफ संघर्ष करना हमारी परम्परा रही है और हम इस परम्परा को हमेशा जिंदा रखेंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गणतंत्र दिवस महज एक पर्व नहीं बल्कि गरिमा एवं सम्मान का प्रतीक है। यह हमारे मजबूत लोकतंत्र एवं राष्ट्रीय एकता का भी परिचायक है।
बाबा साहब को किया याद
इस दौरान उन्होनें संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेदकर को भी याद किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब की दूरदर्शी सोंच की बदौलत ही आज समाज के दबे-कुचले, पीड़ित एवं वंचित वर्गों को सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार प्राप्त हुआ। उनके इसी दूरदर्शी सोच की वजह से देश के आदिवासी, अल्पसंख्यक एवं अन्य पिछड़े वर्ग आर्थिक एवं राजनीतिक रूप से पहले की तुलना में काफी मजबूत हुए है।
अपार समर्थन के लिए जनता का धन्यवाद
मुख्यमंत्री ने इस समारोह के दौरान चुनाव का भी जिक्र किया। उन्होनें कहा कि इस बार का विधान सभा चुनाव जो अभी-अभी सम्पन्न हुआ है, कई मायनों में एतिहासिक था। जनता के अपार समर्थन के लिए धन्यवाद एवं आभार व्यक्त करते हुए सोरेन ने कहा कि झारखंड के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब सत्तारूढ़ गठबंधन ने बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की हो, इसके लिए उन्होनें प्रदेश की जनता का शुक्रिया अदा किया और विश्वास दिलाया कि वह उनके उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे।
परेड का लिया जायजा-
मुख्यमंत्री ने पुलिस लाईन मैदान में गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित परेड एवं झांकियों का भी जायजा लिया एवं वहां उपस्थित जनता को सरकार के द्वारा कार्यान्वित विभिन्न कलयाणकारी योजनाओं एवं भर्तियों के बारे में भी अवगत कराया।
अभिषेक सुमन की रिपोर्ट