Mumbai Police: देवेन भारती: बिहार के दरभंगा से मुंबई पुलिस कमिश्नर तक का सफर, फडणवीस के भरोसेमंद IPS की नई उड़ान!"

Mumbai Police: बिहार के दरभंगा से ताल्लुक रखने वाले वरिष्ठ IPS अधिकारी देवेन भारती को मुंबई का नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है।

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देवेन भारती: बिहार के दरभंगा से मुंबई पुलिस कमिश्नर तक का सफर- फोटो : social Media

Mumbai Police: 30 अप्रैल 2025 को महाराष्ट्र सरकार ने वरिष्ठ IPS अधिकारी देवेन भारती को मुंबई का नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया, जो विवेक फणसळकर के सेवानिवृत्त होने के बाद इस पद पर आसीन हुए। यह नियुक्ति न केवल मुंबई पुलिस के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है, बल्कि यह देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार के भरोसेमंद अधिकारियों को प्रमुख पदों पर लाने की रणनीति को भी दर्शाती है। बिहार के दरभंगा से ताल्लुक रखने वाले इस 1994 बैच के IPS अधिकारी का करियर उपलब्धियों और विवादों से भरा रहा है। आइए, जानते हैं कि कौन हैं देवेन भारती और कैसे उन्होंने मुंबई जैसे महानगर की कानून-व्यवस्था की कमान संभाली।

देवेन भारती का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

देवेन भारती का जन्म बिहार के दरभंगा जिले में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा झारखंड में पूरी की और इसके बाद दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से स्नातक की डिग्री हासिल की। उनकी शैक्षिक पृष्ठभूमि और बौद्धिक क्षमता ने उन्हें भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में प्रवेश के लिए प्रेरित किया। 1994 बैच के इस IPS अधिकारी ने अपने करियर की शुरुआत से ही कठिन और संवेदनशील जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया।

मुंबई पुलिस में शानदार करियर

देवेन भारती का अधिकांश करियर मुंबई पुलिस में गुजरा है, जहां उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर अपनी छाप छोड़ी। जॉइंट कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर): 2015 से 2019 तक इस पद पर रहते हुए उन्होंने मुंबई की 90 से अधिक पुलिस स्टेशनों की निगरानी की और यह मुंबई पुलिस के इतिहास में सबसे लंबे समय तक इस पद पर रहने वाले अधिकारी बने।महाराष्ट्र एंटी-टेरेरिज्म स्क्वॉड (ATS) प्रमुख: आतंकवाद विरोधी अभियानों में उनकी विशेषज्ञता ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।स्पेशल इंस्पेक्टर जनरल (लॉ एंड ऑर्डर): पूरे महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी।भारती ने 26/11 मुंबई आतंकी हमलों की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आतंकी अजमल कसाब की गिरफ्तारी से लेकर उसकी फांसी तक की प्रक्रिया में योगदान दिया। इसके अलावा, शीना बोरा हत्याकांड जैसे हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच में भी उनकी विशेषज्ञता सामने आई।

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देवेंद्र फडणवीस से नजदीकी

देवेन भारती को देवेंद्र फडणवीस का करीबी और भरोसेमंद अधिकारी माना जाता है। 2014-2019 के दौरान, जब फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे, भारती को प्रमुख और शक्तिशाली पदों पर नियुक्त किया गया। उनकी नियुक्तियों को फडणवीस के विश्वास के प्रतीक के रूप में देखा गया। 2022 में जब फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री के रूप में वापसी की, तो उन्होंने भारती के लिए स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस का नया पद सृजित किया, जो मुंबई पुलिस के इतिहास में पहली बार था। इस नियुक्ति की विपक्षी दलों ने आलोचना की और इसे "पैरलल प्रशासन" बनाने की कोशिश करार दिया। कांग्रेस और NCP ने दावा किया कि फडणवीस अपने पसंदीदा अधिकारी को महत्वपूर्ण पद पर लाकर पुलिस बल में दोहरी शक्ति संरचना बना रहे थे। फडणवीस ने इन आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा कि यह पद पुलिस संगठन में एक "मिसिंग लिंक" को भरने के लिए बनाया गया, ताकि जॉइंट कमिश्नरों की निगरानी प्रभावी ढंग से हो सके। 30 अप्रैल 2025 को भारती की मुंबई पुलिस कमिश्नर के रूप में नियुक्ति को भी फडणवीस के समर्थन का परिणाम माना जा रहा है, खासकर तब जब विवेक फणसळकर के रिटायरमेंट ने यह पद खाली किया।

विवादों से रहा नाता

देवेन भारती का करियर विवादों से भी अछूता नहीं रहा। महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार के कार्यकाल (2019-2022) में उन्हें साइडलाइन कर दिया गया और महाराष्ट्र स्टेट सिक्योरिटी कॉरपोरेशन (MSSC) जैसे कम महत्वपूर्ण पद पर भेजा गया। इस दौरान, पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे ने उनके खिलाफ अंडरवर्ल्ड से कथित संबंधों की जांच शुरू की थी, जिसे अपराधी विजय पालांदे के आरोपों के आधार पर शुरू किया गया था। हालांकि, शिंदे-फडणवीस सरकार ने 2022 में इस जांच को खारिज कर दिया, क्योंकि कोई ठोस सबूत नहीं मिला। इसके अलावा, 2020 में उनके खिलाफ एक FIR दर्ज की गई थी, जिसमें आरोप था कि उन्होंने बीजेपी नेता हैदर आजम की पत्नी के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट बनवाने के मामले में FIR दर्ज नहीं की। हालांकि, जांच में कोई सबूत नहीं मिला और चार्जशीट में उनका नाम शामिल नहीं किया गया।

बिहार के दरभंगा से कनेक्शन

देवेन भारती का जन्म और पालन-पोषण बिहार के दरभंगा में हुआ, जो उनकी पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। दरभंगा, जो अपनी सांस्कृतिक और शैक्षिक विरासत के लिए जाना जाता है, ने भारती जैसे प्रतिभाशाली व्यक्ति को जन्म दिया। उनके इस मूल से महाराष्ट्र की राजनीति में भी चर्चा होती रही है। कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि फडणवीस ने गैर-महाराष्ट्रीयन, खासकर उत्तर भारतीय अधिकारियों को बढ़ावा देकर बीजेपी की रणनीति को मजबूत किया।

मुंबई पुलिस कमिश्नर के रूप में नई जिम्मेदारी

30 अप्रैल 2025 को देवेन भारती ने मुंबई पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्यभार संभाला। यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब मुंबई में कानून-व्यवस्था, आतंकवाद विरोधी उपाय और संगठित अपराध से निपटने की चुनौतियां चरम पर हैं। सोशल मीडिया पर उनकी नियुक्ति को लेकर उत्साह देखा गया, जहां कई यूजर्स ने उन्हें "सख्त और तेज" अधिकारी बताते हुए सरकार के फैसले की सराहना की। भारती का ट्रैक रिकॉर्ड आतंकवाद और संगठित अपराध के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई का रहा है। उनकी विशेषज्ञता और फडणवीस का समर्थन उन्हें इस भूमिका में और मजबूत बनाता है। हालांकि, विपक्षी दलों ने इस नियुक्ति को फडणवीस की "पसंदीदा नियुक्ति" करार दिया है, जिससे पुलिस बल में फिर से राजनीतिक प्रभाव की बहस शुरू हो गई है। देवेन भारती को उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए 2023 में राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था। यह सम्मान उनकी 26/11 जांच और अन्य प्रमुख मामलों में योगदान के लिए दिया गया।

देवेन भारती एक ऐसे IPS अधिकारी हैं, जिन्होंने बिहार के दरभंगा से निकलकर मुंबई जैसे महानगर की पुलिस व्यवस्था में अपनी पहचान बनाई। उनकी कड़ी मेहनत, आतंकवाद और अपराध के खिलाफ सख्त रवैया और फडणवीस का समर्थन उन्हें मुंबई पुलिस कमिश्नर के रूप में एक प्रभावी नेता बनाता है। हालांकि, विवादों और विपक्ष के आरोपों ने उनके करियर को हमेशा चर्चा में रखा। अब, मुंबई की कानून-व्यवस्था की कमान संभालते हुए, भारती के सामने यह साबित करने की चुनौती है कि वे न केवल फडणवीस के भरोसेमंद हैं, बल्कि शहर की जनता के लिए भी एक विश्वसनीय रक्षक हैं।