PRAYAGRAJ - प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर स्नान करने पहुंची करोड़ो की भीड़ के बीच भगदड़ में कई लोगों की मौत हुई है। जिसमें बिहार की तीन महिलाएं भी शामिल है। इनमें औरंगाबाद जिले की एक और गोपालगंज की दो महिला शामिल हैं। इनके परिवार के लोग भी महाकुंभ का हिस्सा बने थे। जिन्हों पूरी घटना को दर्दनाक बताया है। उनका कहना था कि लोग एक दूसरे के ऊपर चढ़कर जा रहे थे। कुछ समझ नहीं आ रहा था।
भगदड़ में अपनी मां को खोनेवाले औरंगाबाद के सूरज यादव ने बताया कि गांव से 12-13 लोग अमृत स्नान के लिए गए थे। ऐसी भगदड़ मची कि मेरी मां दबकर मर गई। वहीं सूरज के पिता ने बताया कि रात को हम गंगा में नहाकर निकले तो देखा उधर से गेट खुल गया है. दोनों ओर से पब्लिक थी. लोग एक दूसरे को रौंद रहे थे. जिससे मेरी पत्नी की मौत हो गई और मैं आधे घंटे भीड़ के नीचे दबा रहा. ‘आदमी पर आदमी गिरते गए, कोई उठ नहीं पाया
वहीं गोपालगंज की 2 महिलाओं की भी मौत हुई है. दोनों में से एक बरौली थाना क्षेत्र के माड़नपुर गांव निवासी स्व तारकेश्वर सिंह की पत्नी शिव कली देवी (60) है. दूसरी उचकागांव थाना क्षेत्र के बलेसरा गांव के बच्चा दुबे की पत्नी सुशीला देवी (65) है