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Bihar News: स्विगी, जोमैटो और अमेजन डिलीवरी कर्मचारी 28 जनवरी को पटना में करेंगे हड़ताल

स्विगी, जोमैटो, अमेजन और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़े कर्मचारियों के अधिकारों और उनके शोषण के खिलाफ 28 जनवरी 2025 को पटना में एक विशाल हड़ताल का आयोजन किया जाएगा।

 Swiggy, Zomato and Amazon delivery employees strike
Swiggy, Zomato and Amazon delivery employees strike - फोटो : Reporter

Bihar News:  स्विगी, जोमैटो, अमेजन और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़े प्लेटफॉर्म कर्मचारियों के अधिकारों और उनके साथ हो रहे शोषण को लेकर 28 जनवरी 2025 को पटना में बड़े पैमाने पर हड़ताल का आयोजन किया जाएगा। इस हड़ताल का उद्देश्य प्लेटफॉर्म कर्मचारियों को उनकी स्थिति की मान्यता, उचित मुआवजा और सामाजिक सुरक्षा व अधिकार दिलाने के लिए सरकार और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को जवाबदेह ठहराया है।

इस संबंध में अमेजन इंडिया वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष श्री धर्मेंद्र कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि प्लेटफॉर्म कर्मचारियों की शिकायतों और उनकी चिंताओं को अब तक नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के श्रम मंत्रालय को दिसंबर 2023 में एक मसौदा कानून सौंपा गया था, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि डिलीवरी कर्मचारी कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिनमें पहचान संबंधी मुद्दे, श्रमिकों की मेहनत की कमाई में कटौती और जुर्माने के नाम पर साप्ताहिक वेतन की लूट जैसी गंभीर समस्याएं शामिल हैं।

प्लेटफॉर्म कर्मचारियों और गिग वर्कर्स एसोसिएशन ने राजस्थान प्लेटफॉर्म वर्कर पंजीकरण और कल्याण अधिनियम 2023 की तर्ज पर बिहार में भी एक त्रिपक्षीय बोर्ड के गठन की मांग की है। इस बोर्ड में डिजिटल प्लेटफॉर्म्स, श्रम विभाग और प्लेटफॉर्म वर्करों के सामूहिक प्रतिनिधियों को शामिल करने की मांग की जा रही है।

 हड़ताल में स्विगी, जोमैटो, और अमेजन वर्कर्स कलेक्टिव से जुड़े सैकड़ों कर्मचारी भाग लेंगे। पटना में राज्य सरकार के श्रम मंत्रालय को संबोधित ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें उचित मुआवजा, काम के लिए सुरक्षा उपाय, और श्रमिकों की स्थिति की मान्यता की मांग की जाएगी। प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया कि श्रमिकों को डिलीवरी के दौरान कड़ी मेहनत के बावजूद न्यूनतम भुगतान भी नहीं मिलता। पैनल्टी के नाम पर साप्ताहिक वेतन में कटौती, बिना किसी सुरक्षा और लाभ के काम करना, और कर्मचारियों की स्थिति को पहचानने की कमी जैसी समस्याएं उनके जीवन को कठिन बना रही हैं।

 प्लेटफॉर्म कर्मचारियों के इस आंदोलन का असर सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह राष्ट्रीय स्तर पर गूंज सकता है। इससे पहले, राजस्थान और झारखंड जैसे राज्यों ने प्लेटफॉर्म कर्मचारियों की सुरक्षा और कल्याण के लिए कदम उठाए हैं। अब बिहार में भी यह पहल जरूरी है।

इस मौके पर धर्मेन्द्र कुमार (नेशनल प्रेसिडेंट अमेजन इंडिया वर्कर यूनियन), अभिषेक कुमार (स्टेट को-ऑर्डिनेटर गिग वर्किंग एसोसिएशन बिहार), नीतीश, अभिषेक कुमार, कुंदन कुमार, रणदीर कुमार, राहुल कुमार, अमित कुमार, अमन कुमार, संतोष कुमार, मंतोष कुमार, रौशन कुमार, अखिलेश कुमार, संजीत कुमार, अभय कुमार, अजय कुमार, विनय कुमार, ओमप्रकाश इत्यादि मौजूद थे।

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