जुलाई से अब तक सोना और चांदी के भाव में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। 4 जुलाई को सोने में 1000 रुपये और चांदी में 2000 रुपये की तेजी से शुरू हुआ यह सिलसिला, अक्टूबर तक आते-आते एक नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। 18 अक्टूबर को सोना 1000 रुपये की वृद्धि के साथ अपने उच्चतम स्तर 80,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि चांदी की कीमत 95,000 रुपये प्रति किलो हो गई है। यह कीमतें जनवरी 2023 से अब तक सोने में 15,000 रुपये और चांदी में 19,000 रुपये की बढ़त को दर्शाती हैं।
सर्राफा बाजार पर असर: सोना और चांदी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी का सीधा असर सर्राफा बाजार पर पड़ रहा है। सामान्य दिनों में जहां ग्राहकों की हलचल देखने को मिलती थी, अब केवल शादी-ब्याह के सीजन में ही ग्राहकी हो रही है। इसके अलावा, उधारी पर होने वाला काम लगभग ठप सा हो गया है। छोटे व्यवसायियों के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है, क्योंकि बढ़ते भाव के कारण ग्राहकों की संख्या में भारी कमी आई है।
धनतेरस पर कम बिक्री की आशंका: धनतेरस, जो आमतौर पर सोने-चांदी की खरीदारी का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है, इस बार व्यापारियों के लिए चिंता का कारण बन रहा है। सोने और चांदी की तेजी से बढ़ती कीमतों ने उन्हें आशंका में डाल दिया है कि इस बार खरीदारी अपेक्षा से कम हो सकती है। बाजार में मंदी का माहौल बना हुआ है, और व्यापारी इस बात से चिंतित हैं कि यदि यह स्थिति बनी रही तो त्योहारी सीजन भी फीका हो सकता है।
जुलाई से अक्टूबर तक के उतार-चढ़ाव: सोने-चांदी के भाव में जुलाई से लेकर अब तक कई बार उछाल और गिरावट देखने को मिली। जुलाई और अगस्त के महीने में कई बार तेजी और गिरावट दर्ज की गई, परंतु सितंबर से लेकर अब तक इन धातुओं के दाम में निरंतर वृद्धि हो रही है। 18 अक्टूबर को सोने ने 80,000 रुपये का आंकड़ा पार कर लिया, जो अब तक की सबसे ऊंची कीमत है।