Bihar News: बिहार प्रशासनिक सेवा की एक महिला अधिकारी पर कार्रवाई होगी. उन पर रिश्वत मांगने समेत कई गंभीर आरोप हैं. सरकार ने उक्त महिला अधिकारी को पहले स्थानांतरित किया, इसके बाद विभागीय कार्यवाही चलने का आदेश जारी किया है. मुख्य जांच आयुक्त को संचालन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है.
जिलाधिकारी ने दफ्तर में की थी छापेमारी
आरा सदर के भूमि सुधार उप समाहर्ता श्वेता मिश्रा को स्थानांतरित करते हुए कटिहार के मनिहारी अनुमंडल का लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी बनाया गया है. सामान्य प्रशासन विभाग ने उन्हें तुरंत नए स्थान पर योगदान देने को कहा है. श्वेता मिश्रा जो आरा सदर की भूमि सुधार उप समाहर्ता थीं, इन पर गंभीर आरोप हैं. दाखिल-खारिज आवेदन की स्वीकृति के लिए रिश्वत की मांग करने जैसे गंभीर आरोप हैं. इसके अलावे बिना पूर्व सूचना के अपील वादों की सुनवाई कर अस्वीकृत करने, निम्न न्यायालय का अभिलेख आदेश की छाया प्रति जानबूझकर अंचल अधिकारी आरा सदर के स्थान पर अंचल अधिकारी उदवंत नगर को भेजना, फर्जी ढंग से बाहरी व्यक्तियों से काम कराए जाने संबंधी आरोप लगे हैं. राजस्व विभाग के आरोप में यह भी उल्लेख किया गया था कि भोजपुर के जिलाधिकारी ने भूमि सुधार उप समाहर्ता के कार्यालय में छापेमारी की थी. जिसमें बाहरी व्यक्ति काम करते पाया गया था. जिसके बाद उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया था.
मुख्य जांच आयुक्त को बनाया गया संचालन पदाधिकारी
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने 26 जुलाई 2024 को ही बिहार प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सह भूमि सुधार उप समाहर्ता आरा के खिलाफ आरोप पत्र गठित कर अनुशासनिक कार्रवाई की सिफारिश की थी. शिकायत मिलने के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने आरोपी महिला अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा, जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर सामान्य प्रशासन विभाग ने श्वेता मिश्रा के खिलाफ विभागीय कार्यवाही चलाने का निर्णय लिया है. मुख्य जांच आयुक्त को संचालन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है.