Bihar News Gopalganj Crime Samachar: गोपालगंज पुलिस ने शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए एक नई रणनीति अपनाई है। इसमें न केवल स्थानीय बल्कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के कुशीनगर और देवरिया जैसे जिलों के माफियाओं को भी निशाना बनाया जा रहा है। पुलिस ने फरार अपराधियों पर इनाम की घोषणा करते हुए उनकी पहचान सार्वजनिक की है।
इस कदम का उद्देश्य है कि समाज और जनता अपराधियों की पहचान कर उन्हें पकड़ने में पुलिस की मदद करें। एसपी अवधेश दीक्षित ने कहा कि इनाम के साथ-साथ इन अपराधियों को सरेंडर करने का समय भी दिया गया है। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो उनके खिलाफ कुर्की और जब्ती की कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
सीमा पार की तस्करी पर रोकथाम
शराब माफिया अपनी गतिविधियों को नेपाल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में संचालित कर रहे हैं। पुलिस ने इन राज्यों में छापेमारी तेज कर दी है और वहां की स्थानीय पुलिस से सहयोग भी लिया जा रहा है। सीमावर्ती इलाकों में समन्वय बनाकर कार्रवाई की जा रही है, जिससे कई अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
संयुक्त प्रयासों का असर
यूपी और बिहार पुलिस के संयुक्त अभियान के तहत देवरिया, कुशीनगर, भाटपार रानी जैसे इलाकों में बड़े पैमाने पर कार्रवाई हो रही है। पुलिस ने शराब तस्करों और अपराधियों की संपत्तियों की कुर्की शुरू कर दी है और उन्हें मुख्य धारा में लाने के लिए जेल से बाहर आने वाले अपराधियों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है।
समाज के लिए सकारात्मक पहल
एसपी अवधेश दीक्षित ने इस बात पर जोर दिया कि समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए अपराधियों को एक मौका दिया जा रहा है। साथ ही थानावार सूची बनाकर माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। पुलिस का उद्देश्य है कि शराबबंदी कानून का प्रभावी क्रियान्वयन हो और समाज अपराध मुक्त बने।