SSC MTS Exam Fraud: बिहार में परीक्षा हो और फर्जीवाड़ा का मामला सामने ना आए ऐसा हो ही नहीं सकता। लेकिन क्या हो जब सरकारी परीक्षा के फर्जीवाड़े मामले में सरकार की ही हाथ हो तो। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां परीक्षा में फर्जीवाड़े मामले का मास्टरमाइंड सीएम नीतीश की पार्टी जदयू का जिलाध्यक्ष निकला है। दरअसल, SSC MTS की परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह की तलाश लगातार पटना पुलिस कर रही है।
जदयू का जिलाध्यक्ष निकला मास्टरमाइंड
पटना पुलिस इस मामले में लगातार छापेमारी भी कर रही है। इस कड़ी में पुलिस छापेमारी में बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि पूर्णिया में जिस ऑनलाइन परीक्षा केंद्र में छारेमारी का खुलासा हुआ था इस केंद्र का मालिक कटिहार के खोटा मिलिक का रोशन मंडल, वैशाली के बेलसर का विवेक सिंह और नालंदा के नूरसराय का राहुल राज है। रोशन कटिहार के युवा जदयू का जिलाध्यक्ष है। उसकी भाभी कटिहार में ही जिला पार्षद है।
पूर्णिया डिजिटल और TCS के सात कर्मी पकड़ाए
बता दें कि, मामले में प्रयागराज SSC में कार्यरत फ्लाइंग ऑब्जर्वर इजहार आलम पर भी केस दर्ज किया गया है। पूर्णिया में छापेमारी के क्रम में पूर्णिया डिजिटल और TCS के सात कर्मी पुलिस गिरफ्त में आए थे। इन कर्मियों ने अपने बयान में कहा कि रोशन मंडल, विवेक सिंह और राहुल राज की इजहार आलम के साथ सांठगांठ है। इजहार आलम को ही पूर्णिया डिजिटल का फ्लाइंग ऑब्जर्वर बनाया गया था।
कई जिलों में छापेमारी कर रही पुलिस
इन लोगों ने ही सेटिंग कर परीक्षा में फर्जीवाड़ा किया है। वहीं अब पुलिस रोशन मंडल, विवेक सिंह, राहुल की तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस इस मामले में शामिल अन्य आरोपी शुभम आनंद, कृष्णा और कन्हैया की संलिप्तता की जांच कर रही है। इस दौरान पूर्णिया पुलिस पटना, कटिहार, वैशाली सहित कई जिलों में छापेमारी कर रही है। इस मामले में दानापुर पुलिस मुजफ्फरपुर और गया के ऑनलाइन एग्जामिनेशन सेंटर पर छापेमारी कर चुकी है।
3 लाख में सेट किया सेंटर
पुलिस की माने को पूर्णिया में हुए इस कांड का तार पटना से जुड़ रहा है। पुलिस के अनुसार एसएससी एमटीएस की परीक्षा में फर्जीवाड़ा की साजिश महीनों से रची जा रही खी। जब माफियाओं को पता चला की परीक्षा टीसीएस लेगी तो उन्होंने इसके बाद पटना में अपने गिरोह के साथ बैठक की। बैठक में मास्टरमाइंड विवेक, रोशन और राहुल शामिल था। सूत्रों की मानें तो SSC MTS की परीक्षा का सेंटर पूर्णिया डिजिटल में भी पड़े, इसके लिए रोशन मंडल और विवेक ने 3 लाख रुपए खर्च किए थे।
30 सितंबर से 14 नवंबर कर हुई थी परीक्षा
मालूम हो कि, SSC MTS की परीक्षा देश भर में 30 सितंबर से 14 नवंबर तक हुई। इस अवधि में कुल 22 दिन परीक्षा हुई। इससे पहले की कई परीक्षाओं में पूर्णिया डिजिटल में फर्जीवाड़ा हो चुका था। इसका गवाह पकड़े गए सॉल्वर ही हैं। उन्होंने बताया कि वो कई बार पूर्णिया डिजिटल में फर्जीवाड़ा के लिए सॉल्वर बन चुके हैं।
SSC के ऑब्जर्वर इजहार आलम के खिलाफ सबूत जुटा रही पुलिस
पूर्णिया पुलिस ने सबसे पहेल इस मामले में 13 नवंबर को पूर्णिया डिजिटल में कार्रवाई की। इस क्रम में जब सीसीटीवी फुटेज चेक किया गया तो उसमें पाया गया कि ऑब्जर्वर इजहार आलम की टीम जांच के लिए पूर्णिया डिजिटल तो पहुंची लेकिन आधे घंटे में खानापूर्ति कर चली गई। इस मामले में पुलिस के संदेह में टीसीएस के कुछ कर्मी भी हैं। साथ ही पुलिस एसएससी के ऑब्जर्वर इजहार आलम के खिलाफ भी सबूत जुटा रही है।
3 से 5 लाख में एजेंसी करती है केंद्र आवंटित
पुलिस सूत्रों की मानें तो पटना में ऑनलाइन एग्जामिनेशन सेंटर चलाने वाले गिरोह सक्रिय है। यही गिरोह बिहार के कई जिलों में सक्रिय हैं और इनके साथ परीक्षा कराने वाले एजेंसियों की मिलीभगत भी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि ये गिरोह से तीन से पांच लाख रुपए लेकर एजेंसी सेंटर को परीक्षा केंद्र आवंटित कर देती है।