Gaya Airport News: इंटरनेशनल उड़ानों के बंद होते ही सूना पड़ा गया एयरपोर्ट, बोधगया पर्यटन पर गहराया संकट

बिहार के गया एयरपोर्ट से सभी इंटरनेशनल फ्लाइट्स बंद हो गई हैं। जानें क्यों थाईलैंड, म्यांमार, वियतनाम जैसी उड़ानें रुकीं और इसका बोधगया के पर्यटन पर क्या असर पड़ेगा।

Gaya Airport News: इंटरनेशनल उड़ानों के बंद होते ही सूना पड़
Gaya airport i- फोटो : SOCIAL MEDIA

Gaya Airport News: बिहार का गया एयरपोर्ट, जो हर साल अक्टूबर से मार्च तक बोधगया में बौद्ध श्रद्धालुओं की आमद का प्रमुख द्वार बनता है, अब अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के पूरी तरह बंद होने के कारण वीरान हो गया है। 21 अप्रैल 2025 को म्यांमार एयरवेज की अंतिम उड़ान के बाद से कोई भी विदेशी उड़ान यहां से संचालित नहीं हो रही है।

बौद्ध धर्म के पवित्र स्थल बोधगया के कारण यह एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त था, लेकिन गर्मियों के आगमन के साथ थाईलैंड, वियतनाम, भूटान और म्यांमार की सभी उड़ानें बंद हो गईं। अब सिर्फ दिल्ली और कोलकाता के लिए दो घरेलू उड़ानें ही बची हैं।

क्यों बंद हुईं गया से इंटरनेशनल उड़ानें?

गया एयरपोर्ट से हर साल अक्टूबर से मार्च तक थाईलैंड, म्यांमार, वियतनाम और श्रीलंका के लिए फ्लाइट्स भरती थीं। इन देशों से बौद्ध श्रद्धालु बोधगया में भगवान बुद्ध के दर्शन और साधना के लिए आते थे। यह पीक पर्यटन सीजन माना जाता है।लेकिन जैसे ही अप्रैल में गर्मी ने दस्तक दी, यात्री संख्या घटने लगी। साथ ही एयरलाइंस को हुआ आर्थिक नुकसान, जिसके कारण एक-एक कर उड़ानों को सस्पेंड कर दिया गया।

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थाईलैंड, वियतनाम, भूटान की फ्लाइट्स 30 मार्च तक बंद हो गईं।

म्यांमार एयरवेज की अंतिम फ्लाइट 21 अप्रैल को रवाना हुई।

अब गया एयरपोर्ट पूरी तरह से विदेशी उड़ानों से खाली हो गया है।

बोधगया में पसरा सन्नाटा, मठ और होटल हुए सूने

बोधगया के होटल मालिकों, गाइड्स, टैक्सी ड्राइवरों और दुकानदारों के लिए यह पीक सीजन होता है। लेकिन अब पर्यटकों की संख्या अचानक से शून्य हो गई है। यहां के दर्जनों बौद्ध मठों में भी अब सन्नाटा है, क्योंकि उनकी आवश्यकता श्रद्धालुओं के आने पर होती है।

राजस्व में गिरावट, स्थानीय व्यापार ठप और हजारों रोजगार प्रभावित हो चुके हैं।

कब शुरू होंगी इंटरनेशनल फ्लाइट्स?

गया एयरपोर्ट प्रशासन के अनुसार, अगस्त तक ऑफ-सीजन रहेगा और इंटरनेशनल फ्लाइट्स अब अक्टूबर 2025 से फिर शुरू होने की संभावना है। यह निर्णय:

मौसम की ठंडक

बौद्ध पर्वों की शुरुआत

पर्यटक गतिविधियों में बढ़ोत्तरी को ध्यान में रखकर लिया जाता है।

हालांकि, एयरपोर्ट और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों की मांग है कि सरकार या DGCA राउंड द ईयर इंटरनेशनल फ्लाइट संचालन की सुविधा सुनिश्चित करे ताकि बोधगया को साल भर जीवंत पर्यटन केंद्र के रूप में बनाए रखा जा सके।

गया एयरपोर्ट को कैसे फिर से अंतरराष्ट्रीय स्वरूप मिले?

गया एयरपोर्ट की यह स्थिति स्थानीय प्रशासन और केंद्र सरकार दोनों के लिए चिंता का विषय है। यह एकमात्र ऐसा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है जो पूर्ण रूप से धार्मिक पर्यटन पर निर्भर है।

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