Bihar News:भाभी से बहस हुई तो ननद ने थामा बिजली का खंभा, 'घरेलू करंट' में पोल पर चढ़ते समय हाई-वोल्टेज ड्रामा, उतरते-उतरते शांति सभा

Bihar News: एक ऐसा 'पारिवारिक पावर कट' हुआ, जिसने पूरे गांव का 'पोलिटिकल करंट' बढ़ा दिया. मामला शुरू हुआ एक आम-सी तू-तू मैं-मैं से, लेकिन अंजाम ऐसा निकला कि "झगड़ा नहीं, महाभारत" छिड़ गया.

 high voltage drama
भाभी से बहस हुई तो ननद ने थामा बिजली का खंभा- फोटो : reporter

Bihar News: गया जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र में बुधवार को एक ऐसा 'पारिवारिक पावर कट' हुआ, जिसने पूरे गांव का 'पोलिटिकल करंट' बढ़ा दिया. मामला शुरू हुआ एक आम-सी तू-तू मैं-मैं से, लेकिन अंजाम ऐसा निकला कि "झगड़ा नहीं, महाभारत" छिड़ गया.

कहानी की नायिका हैं 22 वर्षीया सोनी देवी, जो अपने पति की मौत के बाद मायके में रह रही थीं. बेचारी ननद को भाभी के कुछ ऐसे 'तीखे शब्द' चुभे कि सीधे बिजली के खंभे को ही अपना नया ठिकाना बना बैठीं. 45 डिग्री की चिलचिलाती गर्मी, लोहे का तपता पोल, और उस पर एक महिला का चढ़ना – दृश्य ऐसा था मानो सलमान खान की किसी एक्शन फिल्म की स्टंट शूटिंग चल रही हो!

भाभी के मुंह से निकला 'मर क्यों नहीं जाती' वाला डायलॉग ननद को सीधा आसमान की ओर रवाना कर गया. मोहल्ले वालों को पहले लगा कि शायद कोई महिला विद्युत विभाग की टेक्नीशियन आई है, जो किसी बड़े फॉल्ट को ठीक करने में जुटी है. लेकिन जब यह 'महाभारत' का एपिसोड निकला, तो हड़कंप मच गया. महिला ऊपर से लटक रही थी और नीचे पूरा मोहल्ला 'बिजली काटो, करंट मार देगा!' की रट लगाए हुए था.

बिजली विभाग भी मौके पर पहुंचा, मगर तब तक यह ड्रामा सोशल मीडिया पर टीआरपी के सारे रिकॉर्ड तोड़ चुका था. आखिरकार, जब थकावट और 45 डिग्री की गर्मी ने मिलकर अपना असर दिखाया, तो महिला धीरे-धीरे नीचे उतरी और पूरी 'नाटकीयता' के साथ बेहोश होकर गिर पड़ी.

पुलिस आई, एम्बुलेंस आई, वीडियो वायरल हुए, और अब मोहल्ले के लोग एक ही गहन चर्चा में जुटे हैं – "क्या भाभी से बहस में खंभे पर चढ़ना अब नया ट्रेंड बनने वाला है?" स्थानीय लोग भले ही महिला को मानसिक रूप से परेशान बता रहे हों, लेकिन सवाल यह भी है कि क्या परिवारों में कड़वाहट इतनी ज़्यादा बढ़ चुकी है कि अब लोग 'ऊपर चढ़' कर ही अपनी बात मनवाने लगे हैं?

इस हाई-वोल्टेज घटना ने एक बात तो साबित कर दी है कि अब घरेलू झगड़े भी बिना बिजली विभाग की 'एंट्री' के पूरे नहीं होते!

रिपोर्ट - मनोज कुमार