PATNA : यूपी में इन दिनों जमीन और घर के नीचे मंदिर मिलने का सिलसिला जारी है. संभल में जो हुआ, वो अब बिहार में भी देखने को मिला है. फर्क बस इतना है कि संभल में सरकारी स्तर पर हुआ और बिहार में अचानक स्थानीय लोगों को दिखा, फिर खुदाई हुई तो भव्य शिव मंदिर मिला. आगे आप विस्तार से जानिए करीब 500 साल पुराना चमत्कारी शिव मंदिर को कैसे लोगों ने खोज निकाला.
पटना के त्रिपोलिया के पास बीएनआर मोड है. इस मोड के ठीक अपोजिट साइट दक्षिण दिशा में नारायण बब्लू गली है. जैसे ही गली में आप जाईए. तो एक खाली लंबी कचरे से भरी जमीन पूर्व दिशा में दिख जाएगी. इसी जमीन के आखिर छोर पर स्थानीय लोगों के द्वारा खुदाई के दौरान भव्य शिव मंदिर मिला है. शिव मंदिर को देखने से यही लग रहा है कि इसका डीजाइन बिलकुल गया के विष्णुपद मंदिर की तरह है. काले ग्रेनाइट पत्थर से बनाया गया है. सबसे खास बात ये मंदिर इतने सालों तक दबे रहने बावजूद चमचमा रहा है. अब तक पटना शहर ज्ञात ये एकलौता मंदिर है, जहां शिवलिंग के साथ चरण चिन्ह भी है जो सम्भत भगवान विष्णु को समर्पित हो सकता है.
स्थानीय निवासी उमा शंकर प्रसाद की मानें तो जिस जगह पर शिव मंदिर मिला है. वो जगह मठ की है. लेकिन अवैध कब्जा मठ की जमीन के चारों ओर धीरे-धीरे साजिश के तहत किया गया. जब हम छोटे थे, तब यहां खेलने जाते थे. यहां पेड़-पौधे भी हुआ करते थे. शिव मंदिर को जानबुझकर ढक दिया गया. जो आज खुदाई के दौरान मिला है. इसी जमीन पर राधा रानी का मंदिर भी है. अगर खुदाई की जाए, तो वो भी मिल जाएगा. गौरतलब है कि पटना में 500 साल पुराना मंदिर मिला है. लेकिन अभी तक इस पर जिला प्रशासन की नजर नहीं पड़ी है. हालांकि स्थानीय लोगों ने खुद पहल करते हुए शिव मंदिर पूजा अर्चना शुरू कर दी है और स्थानीय लोगों ने कहा है कि वो चंदा इक्कटा करके कचरे की सफाई करवाएंगे.
देबांशु प्रभात की रिपोर्ट