बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

Bihar School News: बिहार के 52 हजार स्कूलों के 'गुरुजी' को मिड डे मिल के समय करना होगा अब यह काम, ACS सिद्धार्थ ने दिया आदेश, जान लीजिए...

Bihar School News: बिहार के 52 हजार स्कूलों के 'गुरुजी' को मिड डे मिल के समय कुछ कामों को करना होगा। इसके लिए एस सिद्धार्थ ने फरमान जारी किया है। आइए जानते है कि पूरा मामला क्या है...

 mid day meal
mid day meal- फोटो : social media

Bihar School News: बिहार के स्कूलों में एक बार फिर से प्राचीन गुरुकुल शिक्षा पद्धति को लागू करने की योजना बनाई गई है। इसकी शुरुआत प्रारंभिक स्कूलों के छात्र-छात्राओं के वर्ग समूह से की जाएगी। इस संदर्भ में शिक्षा विभाग ने एक नई योजना तैयार की है। जिसमें मध्याह्न भोजन योजना (एमडीएम) के संचालन को प्रमुखता दी गई है। इस मामले में एस.सिद्धार्थ ने निर्देश जारी किया है। 

एक साथ बैठाकर कराया जाएगा  मध्याह्न भोजन

योजना के तहत, छात्रों को मध्याह्न भोजन के समय एक साथ बैठाकर भोजन कराया जाएगा। इस दौरान बच्चों को समूह में अनुशासनपूर्वक भोजन करने और समूह भावना विकसित करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों और जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (मध्याह्न भोजन) को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।

52 हजार स्कूल में लागू होगा नियम

योजना के अनुसार, बच्चों को एक ही प्रकार की दरी पर बैठाकर भोजन कराया जाएगा। यह व्यवस्था राज्य के 52,000 से अधिक प्रारंभिक स्कूलों में लागू होगी। जिससे करीब 1.09 करोड़ बच्चों को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही, बच्चों को उनके वजन के अनुसार भोजन प्रदान करने का निर्देश दिया गया है, ताकि वे कुपोषण से बच सकें। इस मामले में डीईओ राजकुमार शर्मा ने कहा कि गुरुकुल पद्धति से बच्चों में अनुशासन, एकता और सहयोग की भावना विकसित होगी। इसके लिए व्यापक तैयारी की जा रही है।

हेडमास्टर पर होगी कार्रवाई

शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि भोजन क्षेत्र से 200 मीटर की दूरी तक सफाई सुनिश्चित की जाए। बच्चों को कुपोषण और संक्रामक रोगों से बचाने के लिए यह आवश्यक बताया गया है। योजना का संचालन स्कूल के प्रधानाध्यापक की देखरेख में होगा। इस पहल का उद्देश्य न केवल बच्चों में अनुशासन और समूह भावना का विकास करना है, बल्कि उन्हें स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाना भी है। जिन स्कूलों में बच्चों को दरी के बजाय जमीन पर बैठाने की शिकायत मिलेगी, वहां के प्रधानाध्यापक पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Editor's Picks