PATNA: बिहार की नदियां अब साफ-सुथरी होने जा रही हैं। सरकार ने राज्य की नदियों में चलने वाली नावों को डीजल से हटाकर सीएनजी और सोलर ऊर्जा से चलाने का फैसला किया है। प्रदेश की नदियों और जलाशयों में सीएनजी (कंप्रेस्ड नेचुरल गैस) और सोलर ऊर्जा से नाव चलेगी। सीएम नीतीश ने इसके लिए अधिकारियों को आदेश दे दिया है।
क्यों जरूरी है यह बदलाव?
यह बदलाव जरुरी है क्योंकि डीजल से चलने वाली नावें पानी और हवा को प्रदूषित करती हैं। इससे नदियों में रहने वाले जीव-जंतुओं को नुकसान होता है। डीजल के इस्तेमाल से कार्बन उत्सर्जन बढ़ता है, जो जलवायु परिवर्तन का एक प्रमुख कारण है। सीएनजी और सोलर ऊर्जा स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा के स्रोत हैं।
सरकार क्या कर रही है?
इसके लिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को हरित नौका योजना लागू करने के निर्देश दिए हैं। बिहार सरकार ने भी इस योजना को लागू करने का फैसला लिया है। राज्य सरकार सभी जिलों में डीजल से चलने वाली नावों का सर्वे कर रही है। इन नावों को सीएनजी या सोलर ऊर्जा से चलने वाली नावों में बदला जाएगा।
इससे क्या फायदे होंगे?
इस योजना से नदियों का पानी साफ होगा और जलीय जीवों के लिए सुरक्षित होगा। हवा में प्रदूषण कम होगा। कार्बन उत्सर्जन कम होगा। स्वच्छ ऊर्जा के इस्तेमाल से लंबे समय में लागत कम होगी। सरकार का लक्ष्य है कि बिहार की सभी नदियों में चलने वाली नावें कुछ वर्षों में पूरी तरह से स्वच्छ ऊर्जा पर चलने लगें। यह एक बड़ा कदम है जो हमारे पर्यावरण के लिए बहुत फायदेमंद होगा।