Bihar News: देश को आजाद हुए 78 वर्ष हो गए इस बीच अलग-अलग पाटियों की सरकार बनी सभी सरकार द्वारा देश में विकास की बात कही गई लेकिन आजादी के 78 वर्षों के बाद भी मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड के लोग चचरी पुल और नाव के सहारे अपनी जिंदगी जीने को है मजबूर
आपको बता दे की आजादी के 78 वर्षों के बाद भी बिहार में सभी सरकार विकास की चाहे जितने भी दावे कर ले लेकिन मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड में सरकार का यह दावा खोखला साबित हो रहा है वहीं अगर आपको सरकार के खोखले दावों की असलियत देखनी है तो एक बार औराई प्रखंड के सड़कों का मुआयना जरूर करें
आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर का औराई प्रखंड एक ऐसा प्रखंड है जहां से होकर दो प्रमुख नदियां निकलती है पहली बागमती तो दूसरी लखनदेई और अक्सर दोनों में से कोई ना कोई नदियां औराई प्रखंड में अपना कहर बरपाती रहती है
आपको बता दें कि औराई प्रखंड के बागमती नदी द्वारा कटाव के कारण औराई प्रखंड के किसानों का अधिकतर जमीन बागमती नदी ने अपने आगोश मे ले लिया है जिसके कारण अब किसानों को अपने खेत में जाने के लिए चचरी पुल और नाव से होकर अपने खेत तक जाना पड़ता है इस दौरान अक्सर नाव दुर्घटना होती रहती हैं कई लोग अपनी जान भी गंवा बैठे है बाबजूद किसानों को अपने खेत तक पहुंचने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ता है
आपको बता दे की नेपाल से चलकर शिवहर सीतामढ़ी मुजफ्फरपुर होते हुए आगे को जाने वाली बागमती नदी का मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड में दो धारा है एक मुख्य धार तो दूसरा बागमती नदी का उप धारा जिस कारण औराई के किसानों का ज्यादा खेती योग्य भूमि बागमती नदी के बीच में है
औराई प्रखंड के किसानों के परेशानियों को देखते हुए सरकार ने बागमती नदी के उपाधारा को मुख्य धारा में लाने के लिए डैम्प के निर्माण को स्वीकृति दी थी और करोड़ों रुपए डैम्प बनाने के लिए आवंटन भी किए गए थे बावजूद इसके अधिकारियों के द्वारा जिस डैम्प का निर्माण किया गया वह निर्माण के महज कुछ ही दिनों के बाद ध्वस्त हो गया और फिर वहां के किसानों की हालत जो थे वहीं रह गए और अधिकारियों ने डैम्प के नाम पर करोड रुपए का बंदरबाट कर लिया जिसको लेकर बीते दिनों औराई के विधायक राम सूरत राय ने बड़ा बयान भी दिया था
वहीं अब एक बार फिर औराई प्रखंड के लोगों के द्वारा बागमती नदी के उप धारा को मुख्य धारा में लाने के लिए डैम्प निर्माण की मांग उठने लगी है और उनका कहना है कि इस निर्माण से जो उप धारा है वह मुख्य धारा में चली जाएगी जिस कारण किसानों को बागमती नदी की उप धारा को पार नहीं करना पड़ेगा और यहां के किसान खुशहाल जिंदगी जी पाएंगे और जो नाव हादसे में अपनी जान गंवा बैठते है वह घटना आगे नहीं होगी
औराई प्रखंड के स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां के स्थानीय विधायक और सांसद को सिर्फ चुनाव के वक्त ही औराई के विकास का याद आता है वहीं चुनाव खत्म होते ही विधायक और सांसद कभी नजर भी नहीं आते हैं इसलिए औराई के आम लोग अपनी बदहाली को लेकर आज भी परेशान है.
रिपोर्ट- मणि भूषण शर्मा