Buxar - बिहार के बक्सर जिले में गुरुवार को एक अजीबोगरीब घटना ने सभी को हैरान कर दिया। सिमरी प्रखंड के नियाजीपुर बाजार में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान एक ऐसा मामला सामने आया, जिसमें बैंककर्मी और ग्राहक पहली मंजिल पर फंस गए। यह घटना तब हुई जब दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा के भवन से लगी सीढ़ियों को जेसीबी की मदद से तोड़ दिया गया। सीढ़ियां टूटने से बैंक तक पहुंचने का रास्ता खत्म हो गया, जिससे बैंककर्मियों और ग्राहकों को काफी परेशानी हुई।
अतिक्रमण हटाने का अभियान और कारण
नियाजीपुर बाजार में अतिक्रमण के कारण सड़क निर्माण और चौड़ीकरण का कार्य प्रभावित हो रहा था। बाजार की तंग गलियों में अतिक्रमण के चलते लोगों को यातायात में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था। निर्माणाधीन सड़क का काम रुकने की शिकायत स्थानीय संवेदक ने प्रशासन से की थी। इस पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने का निर्णय लिया।
अंचलाधिकारी सिमरी ने बताया कि अतिक्रमण हटाने से पहले अतिक्रमणकारियों को दो बार नोटिस भेजा गया था। बावजूद इसके, किसी ने अतिक्रमण नहीं हटाया। इसलिए प्रशासन को मजबूर होकर बुलडोजर के जरिए कार्रवाई करनी पड़ी।
बैंक की सीढ़ियां तोड़ने से मची अफरा-तफरी
अतिक्रमण हटाने के दौरान जब प्रशासन ने एक भवन से सटी सीढ़ियों को गिराया, तो पता चला कि उसी भवन की पहली मंजिल पर दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा चल रही है। सीढ़ियों के टूटने से बैंककर्मी और ग्राहक भवन में फंस गए। उन्हें बाहर निकालने के लिए प्रशासन ने जेसीबी की मदद ली। बाद में अस्थायी सीढ़ियां बनाकर बाकी लोगों को नीचे उतारा गया।
बाजार में मचा हड़कंप
इस अभियान से पूरे बाजार में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोग अपने स्तर पर अतिक्रमण हटाने में जुट गए, जबकि प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए सड़क किनारे बनी दीवारें और अन्य अवैध निर्माण तोड़ दिए। बाजार में कुछ समय के लिए माहौल तनावपूर्ण रहा, लेकिन प्रशासन की कड़ी कार्रवाई के चलते काम पूरा किया गया।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
बाजार के कुछ स्थानीय लोगों ने प्रशासन की कार्रवाई का स्वागत किया। उनका कहना है कि अतिक्रमण के कारण बाजार में हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती थी। सड़क चौड़ी होने से यातायात सुचारु होगा और व्यापारियों को भी राहत मिलेगी। हालांकि, कुछ लोगों ने अचानक की गई कार्रवाई को लेकर नाराजगी भी जताई।
प्रशासन का सख्त संदेश
अंचलाधिकारी ने कहा कि अतिक्रमण हटाने का यह अभियान पूरी सख्ती से जारी रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि सड़क निर्माण कार्य में बाधा डालने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का उद्देश्य सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करना और जनहित में विकास कार्यों को सुचारु रूप से संपन्न करना है।
बहरहाल इस घटना ने न केवल प्रशासनिक सख्ती को उजागर किया बल्कि अतिक्रमणकारियों के प्रति सरकार के रुख को भी स्पष्ट किया। नियाजीपुर बाजार में हुई इस कार्रवाई से स्थानीय प्रशासन ने यह संदेश दिया है कि विकास कार्यों में अतिक्रमण किसी भी कीमत पर बाधा नहीं बनेगा।
बक्सर से संदीप की रिपोर्ट