PATNA - सीतामढ़ी सहित उत्तर बिहार के जिलों में बेहतर रेल कनेक्टविटी करने की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग पर रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। रेलवे ने उत्तर बिहार को उत्तर पूर्वी राज्यों से जोड़ने के लिए नरकटियागंज - रक्सौल - सीतामढ़ी- दरभंगा और सीतामढी - मुजफ्फरपुर रेलवे लाइन का दोहरीकरण को मंजूरी दे दी है। 256 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन का दोहरीकरण होने से उत्तर प्रदेश और उत्तर बिहार को फायदा होगा। इस निर्माण कार्य पर 4553 करोड़ रुपये की लागत आएगी। केंद्रीय रेल मंत्री ने इसकी घोषणा की
केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा कि नरकटियागंज-रक्सौल-सीतामढ़ी-दरभंगा और सीतामढी-मुजफ्फरपुर खंड के दोहरीकरण से नेपाल, पूर्वोत्तर भारत और सीमावर्ती क्षेत्रों से कनेक्टिविटी मजबूत होगी और मालगाड़ी के साथ-साथ यात्री ट्रेनों की आवाजाही में सुविधा होगी।
उन्होंने कहा कि बिहार के आठ जिलों को कवर करने वाली 6,798 करोड़ की इन रेल परियोजनाओं से रेलवे नेटवर्क 313 किमी तक बढ़ेगा।
दिवाली और छठ के लिए सात हजार ट्रेन
रेल मंत्री ने बताया कि दिवाली और छठ के लिए रेलवे ने सात हजार स्पेशल ट्रेन चलाए जा रहे हैं । यह पिछले साल से 2500 ज्यादा है। इन ट्रेनों से दो लाख लोग सफर कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि खुद प्रधानमंत्री ने कहा था कि दिवाली और छठ में ज्यादा ट्रेनें चलाएं।
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीतामढ़ी सहित उत्तर बिहार के जिलों में रेल सुविधाओं में बढ़ोतरी की मांग की थी।