DARBHANGA - बिहार में डबल इंजन की सरकार होने का फायदा नजर आने लगा है। रेलवे द्वारा बिहार में दस नए रेलवे स्टेशन का निर्माण करने का फैसला लिया गया है। यह रेलवे लाइन मुजफ्फरपुर-दरभंगा के बीच बनेगा।
दरअसल मुजफ्फरपुर-दरभंगा के बीच 67.4 किमी लंबे रेल ट्रैक बिछाने के लिए सर्वे का काम पूरा हो गया है। जिसके बाद इस रूट पर ट्रैक बिछाने का काम शुरू होना है। नई रेल लाइन पर 10 नए रेलवे स्टेशन प्रस्तावित है।
इन 10 स्टेशनों का निर्माण प्रस्तावित
दरअसल, मुजफ्फरपुर-दरभंगा के बीच पंडसराय से इस रेल लाइन का निर्माण शुरू होगा। यह लहेरियासराय से एक किलोमीटर की दूरी पर है। पंडसराय के बाद डिलाही, कोलहंटा पटोरी, माधोपुर पंडौल, घोसहमा, विद्यारोज, सिलौत, नारायणपुर अनंत होते हुए मुजफ्फरपुर जंक्शन तक जाएगी।
2007 में मिली थी प्रोजक्ट को मंजूरी
मुजफ्फरपुर-दरभंगा नई रेल लाइन प्रोजेक्ट को 2007-08 में मंजूरी दी गई थी. उस समय इसकी लागत 495 करोड़ रुपये बताई गई थी। 2012 में रेलवे बोर्ड की नई पॉलिसी आने के बाद परियोजना का काम रोक दिया गया। साल 2023 में इस परियोजना के लिए 20 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया था।
यह रेल लाइन बन जाने से दरभंगा से मुजफ्फरपुर के बीच की दूरी 24 किलोमीटर कम हो जाएगी.
पूरे प्रोजेक्ट की लागत 2514 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इस रूट में 27 क्रॉसिंग और 6 रेलवे ब्रिज भी प्रस्तावित हैं।
मुजफ्फरपुर से वाया समस्तीपुर होते हुए दरभंगा की दूरी करीब 91 किलोमीटर है। जबकि दरभंगा सीतामढ़ी होते होकर मुजफ्फरपुर जंक्शन की दूरी करीब 133 किलोमीटर है।
आधे घंटे कम हो जाएगा सफर
मुजफ्फरपुर से वाया समस्तीपुर होते हुए आने वाली ट्रेनों को कम से कम दो घंटे का समय लगता है. नई रेल लाइन बन जाने से यात्री महज डेढ़ घंटे में मुजफ्फरपुर से दरभंगा पहुंच सकेंगे