Rajendra setu : उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले राजेंद्र सेतु पर 29 नवम्बर को रात्रि 10 बजे से अगले दिन 30 नवम्बर सुबह, 6 बजे तक वाहनों का परिचालन बंद रहेगा। पुल के स्पान संख्या 5 की ढलाई के चलते कल रात 10 बजे से अगली सुबह 6 बजे तक पुल पर वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी.
दरअसल, सिमरिया पुल की मरम्मत और नए पुलों के निर्माण से बिहार की कनेक्टिविटी और यातायात व्यवस्था में दीर्घकालिक सुधार की उम्मीद है। शुक्रवार रात 10 बजे से शनिवार सुबह 6 बजे तक पुल पूरी तरह बंद रहेगा। पुल की मरम्मत और ढलाई के लिए इस अवधि में किसी भी प्रकार के वाहनों को आवागमन की अनुमति नहीं होगी।
मरम्मत का काम एसपी सिंगला कंपनी द्वारा किया जा रहा है। रेलवे के सहायक अभियंता ने पुल बंद करने की अनुशंसा की, जिससे सुरक्षा और कार्य में बाधा न हो। फिलहाल पुल पर गाड़ियों को बारी-बारी से आने-जाने की अनुमति है। पुलिस प्रशासन पुल के दोनों छोर पर यातायात को नियंत्रित करता है। इस दौरान वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
प्रभावित क्षेत्र और यातायात की वैकल्पिक व्यवस्था
बेगूसराय से पटना जाने वाले यात्री और वाहन। पुल बंद रहने से स्थानीय और लंबी दूरी के यात्रियों को असुविधा हो सकती है। इसके लिए यात्रियों को पटना, मुंगेर या भागलपुर के रास्तों का उपयोग करने की सलाह दी गई है। पुल बंद रहने की सूचना पहले ही प्रशासन द्वारा सार्वजनिक कर दी गई है।
नए पुल निर्माण की प्रगति
राजेंद्र सेतु के पश्चिम में रेलवे का नया पुल और पूर्व में सड़क का नया पुल निर्माणाधीन है। दोनों पुलों के निर्माण से उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच यातायात में सुधार होगा। मौजूदा पुल के संकीर्ण और पुराने होने के कारण अक्सर जाम और मरम्मत की समस्या बनी रहती है। नए पुलों के बन जाने के बाद यात्रियों को पटना या अन्य शहरों के लंबे मार्ग का सहारा नहीं लेना पड़ेगा।
राजेंद्र सेतु का महत्व
राजेंद्र सेतु का स्थापना गंगा नदी पर बना एकमात्र ऐसा पुल है जो सड़क और रेल यातायात दोनों के लिए है। यह पुल उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने के लिए एक प्रमुख माध्यम है। पुल बंद होने से यात्रियों, माल ढुलाई और स्थानीय निवासियों को असुविधा हो सकती है।