Bihar land survey - लैंड म्यूटेशन में लापरवाही बरतनेवाले अधिकारियों पर डीएम ने लिया एक्शन, शोकॉज कर तीन दिन में मांगा जवाब

Bihar land survey- बिहार लैंड सर्वे से जुड़े मामलों के निष्पादन में लापरवाही बरतनेवाले अधिकारियों पर डीएम ने बड़ी एक्शन लिया है। डीएम ने ऐसे अधिकारियों को शोकॉज करते हुए उन्हें जवाब देने के लिए कहा है।

Bihar land survey - लैंड म्यूटेशन में लापरवाही बरतनेवाले अधि

Muzaffarpur - एक तरफ जमीन सर्वे का काम तेजी से कराने के लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग लगातार नए नए आदेश जारी कर रही है। वहीं कुछ अधिकारी इस काम में लगातार लापरवाही बरत रहे हैं। अब ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। मामला मुजफ्फरपुर से जुड़ा है, जहां डीएम सुब्रत कुमार सेन दाखिल खारिज अपील वाद के निष्पादन में शिथिलता बरतने पर डीसीएलआर पूर्वी और पश्चिमी को शोकॉज किया है और उन्हें तीन दिन में अपना जवाब देने के लिए कहा है। 

इसके साथ ही अन्यथा विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतने को लेकर प्रपत्र क गठित करने की भी चेतावनी दी है। उन्होंने लंबित वादों का अविलंब निष्पादन करते हुए रिपोर्ट करने को कहा है।

90 परसेंट वाद का नहीं हुआ निष्पादन

बताया गया कि पूर्वी अनुमंडल में करीब 90 प्रतिशत वाद निष्पादन के अभाव में लंबित हैं। मार्च में मात्र 84 मामलों का निष्पादन किया गया। इसी प्रकार पश्चिमी अनुमंडल में करीब 78 प्रतिशत वाद निष्पादन के अभाव में लंबित है। मार्च में मात्र 182 मामलों का निष्पादन किया गया।

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कार्यशैली में नहीं हुआ सुधार

डीएम ने कहा कि यह अत्यंत खेदजनक है। पूर्व में भी कई बार त्वरित गति से और प्राथमिकता के आधार पर निष्पादन करने को लेकर लगातार निर्देशित किया गया था। उस समय में शिथिलता बरतने पर स्पष्टीकरण मांगा गया था। इसके बाद भी कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ। जिसके बाद डीएम ने स्पष्टीकरण मांगते हुए तीन दिनों में जवाब मांगा है।

बताया गया कि वादों का निष्पादन नहीं होने के कारण लंबित मामलों का बोझ दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इससे आमजन को भी परेशानी होती है। जबकि इन मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता दिया जाना है।

बता दें कि पिछले दिनों राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव ने भी गहरी नाराजगी व्यक्त की थी। विभागीय कार्यों में लापरवाही और उदासीनता बरतना बताया था।