Bihar congress - नालंदा में कांग्रेस हुई दो फाड़, जमकर हुई गाली-गलौज व हाथापाई, कार्यकर्ताओं ने लगाया ताला, राहुल गांधी से जुड़ा है मामला
Bihar Congress - दो सप्ताह पहले राहुल गांधी ने नालंदा में सम्मेलन किया था। अब जिले में कांग्रेस के नेताओं के बीच दो फाड़ हो गया है। आज पार्टी नेताओं ने कार्यालय में तालाबंदी कर जिलाध्यक्ष पर आरोपों की झड़ी लगा दी।

Nalanda - विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस जिले में दो फाड़ हो गयी है। कई प्रखंड अध्यक्षों ने जिलाध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रखंड अध्यक्षों के साथ एक पक्ष के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को जिला कार्यालय राजेन्द्र आश्रम में हल्ला बोल कार्यक्रम का आयोजन किया। धरना देने के बाद कार्यालय के गेट में ताला लगा दिया। प्रखंड अध्यक्षों ने जिलाध्यक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाये। वहीं, जिलाध्यक्ष नरेश प्रसाद अकेला का कहना है कि पूर्व जिलाध्यक्ष के इशारे पर हंगामा किया गया।
इससे पहले, कार्यालय में जमकर हंगामा हुआ। कार्यकर्ताओं के दो गुटों के बीच जमकर गाली-गलौज व हाथापाई हुई। एक कार्यकर्ता को खींचकर कार्यालय से बाहर निकाल दिया गया। तीन कार्यकर्ता को जिलाध्यक्ष के कमरे में बाहर से ताला लगाकर बंद कर दिया गया। कई घंटे तक तीनों कमरे में बंद रहे। हल्ला बोल कार्यक्रम व धरना देने वाले कार्यकर्ताओं का कहना था कि जिले के 17 प्रखंड अध्यक्ष उनके साथ हैं।
जिलाध्यक्ष पर लगाये आरोप :
बेन प्रखंड अध्यक्ष राजीव कुमार गुड्डू ने कहा कि जब से नरेश प्रसाद अकेला को जिलाध्यक्ष बनाया गया है, तब से कांग्रेस कमजोर होती जा रही है। पुराने कार्यकर्ताओं को किसी भी कार्यक्रम में बुलाया नहीं जाता है। वरीय नेताओं ने जानबूझकर दलाली को बढ़ावा देने के लिए ऐसे आदमी को जिलाध्यक्ष बनाया है जो पिछले 15 सालों से किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। हरनौत प्रखंड अध्यक्ष सुभाष यादव ने कहा कि जिलाध्यक्ष के आसपास दलालों की जमात है। राजगीर के कार्यक्रम में प्रखंड अध्यक्षों का नाम काटकर नीट घोटाले के आरोपित व दुराचारियों को राहुल गांधी से मिलवाया गया। महानगर अध्यक्ष महताब आलम गुड्डू ने कहा कि ऐसा लगता है कि चुनाव में पैसे का खेल कर गलत लोगों को टिकट देने की साजिश रची जा रही है। जिला व प्रदेश के मंच पर ऐसा व्यक्ति उपस्थित रहता है जिसका लड़की के साथ व्याभिचार के आरोप में मार खाने का वीडियो वायरल है।
राहुल गांधी के सम्मेलन से हटाया कार्यकर्ताओं के नाम
मीडिया सेल के प्रभारी उदयशंकर कुशवाहा, अश्विनी गौरव, फवाद अंसारी ने कहा कि राजगीर के कार्यक्रम के लिए कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की। जानबूझकर पुराने कार्यकर्ताओं का नाम काटकर ऐसे लोगों को राहुल गांधी से मिलवाया गया जो कांग्रेस के कार्यकर्ता नहीं हैं। मुन्ना पांडेय ने कहा कि पिछले चुनाव में ऐसे प्रत्याशियों को उतारा गया जो बाद में नजर नहीं आये। उन्होंने कहा कि जिलाध्यक्ष पर कार्रवाई नहीं की गयी तो प्रदेश व राष्ट्रीय नेतृत्व के सामने विरोध दर्ज कराया जाएगा।
जिलाध्यक्ष ने दिया जवाब :
जिलाध्यक्ष ने कहा कि कुछ लोग पैसे और रसूख के बल पर पार्टी पर कब्जा जमाना चाहते हैं। राजगीर के कार्यक्रम में राहुल गांधी से मिलने वालों की सूची बनाने में उनका कोई हाथ नहीं था। वर्षों से ये सभी मिलकर पार्टी को खोखला कर रहे हैं। पार्टी को अपनी बपौती समझ रहे हैं। उन्होंने 3 महीने के कार्यक्रम में जिले में करीब दो दर्जन कार्यक्रम किये। पार्टी से नये-नये लोगों को जोड़ा। विपक्षियों को ये बात पसंद नहीं आ रही है। सभी को पता है कि ये सब किसके इशारे पर हो रहा है। उन्होंने पहले भी कहा है कि जिन्हें भी दिक्कत हो, उनसे बैठकर बात कर सकते हैं। यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मसार करने वाली है। घटना की सारी जानकारी प्रदेश नेतृत्व को दी गयी है। इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की गयी है।
रिपोर्ट - प्रणय राज