Bihar Politics : कैमूर में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री अशोक चौधरी, कहा-सीएम नीतीश ने समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाया योजनाओं का लाभ

Bihar Politics : बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी कैमूर में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में शामिल हुए. जहाँ उन्होंने सीएम नीतीश के कार्यों की जमकर सराहना की......पढ़िए आगे

Bihar Politics : कैमूर में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम में शाम
जनसंवाद कार्यक्रम में मंत्री - फोटो : SOCIAL MEDIA

PATNA : "जिस प्रकार महाभारत में अर्जुन ने मछली की आँख पर ध्यान केन्द्रित कर अपने लक्ष्य को प्राप्त किया। ठीक उसी प्रकार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के सर्वांगीण विकास को लक्ष्य बनाकर दिन-रात साधना के कर यहाँ की जनता के लिए काम किया, योजनाओं को बना कर समाज के अंतिम व्यक्ति तक उसके लाभ को पहुँचाया।" उक्त बातें कैमूर जिले के भभुआ एवं चैनपुर विधानसभा क्षेत्रों में ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत सड़कों एवं पुलों की स्वीकृति एवं निर्माण कार्यों को लेकर आज आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने कही।चौधरी ने जनसंवाद कार्यक्रम के पूर्व भभुआ में बिहार कैबिनेट के साथी मंत्री जमा खान, राज्य नागरिक परिषद के महासचिव छोटू सिंह के साथ माँ मुंडेश्वरी एवं आदिदेव महादेव का दर्शन-पूजन कर राज्य की समृद्धि और विकास के लिए प्रार्थना की। इसके बाद वे जनसंवाद कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे जहाँ हज़ारों लोग, आम जनता एवं पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। जनसंवाद में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी सोच ने शिक्षा को सामाजिक परिवर्तन का सशक्त माध्यम बनाया है। वर्ष 2005 में जहाँ 10.5% बच्चों का ड्रॉपआउट रेट था, वह घटकर 1% से भी कम रह गया है। देश में पहली बार महादलित, अल्पसंख्यक और अतिपिछड़े वर्ग के बच्चों को तालीमी मरकज़ और टोला सेवक जैसी योजनाओं के माध्यम से शिक्षा की मुख्यधारा से मुख्यमंत्री ने जोड़ा। बालिका पोशाक योजना और साइकिल योजना जैसी पहलें लाखों बच्चियों को स्कूल लाने में सफल रहीं। वर्ष 2005 में जहाँ मैट्रिक परीक्षा में केवल 4 लाख विद्यार्थी सम्मिलित होते थे, आज यह संख्या 18 लाख से अधिक हो चुकी है, जिनमें 8.5 लाख बेटियाँ शामिल हैं - यह बिहार में नारी सशक्तिकरण की स्पष्ट तस्वीर प्रस्तुत करता है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में नीतीश सरकार की दो अनूठी योजनाएं-जीविका दीदी और दीदी की रसोई-आज पूरे देश में उदाहरण बन चुकी हैं। जीविका के माध्यम से लाखों ग्रामीण महिलाएं बैंक सखी, उद्यमी और नेतृत्वकर्ता बनी हैं, वहीं 'दीदी की रसोई' के माध्यम से स्कूलों, अस्पतालों और कार्यालयों में स्थानीय महिलाओं को रोजगार व सम्मानजनक भूमिका मिली है। 2024-25 में "महिला संवाद" कार्यक्रम हेतु ₹225.78 करोड़ का बजट प्रावधान भी मुख्यमंत्री की महिला उन्मुख सोच का प्रमाण है। इन प्रयासों को विश्व बैंक, यूनिसेफ और विभिन्न राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने सराहा है। 'बिहार मॉडल' को महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक उदाहरण माना गया है, जिसे अन्य राज्यों ने भी अपनाया है। मंत्री ने बताया कि वर्ष 2008 से आरंभ किए गए कृषि रोड मैपों की तीन श्रृंखलाओं (2008-12, 2012-17, 2017-22) तथा अब आरंभ हो रहे चौथे कृषि रोड मैप के माध्यम से राज्य में न केवल फसल उत्पादन में क्रांतिकारी वृद्धि हुई है, बल्कि किसानों के जीवन स्तर में भी अभूतपूर्व सुधार आया है। राज्य को चावल, गेहूं और मक्का उत्पादन में उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए भारत सरकार द्वारा अब तक कुल पाँच कृषि कर्मण पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, जो बिहार की कृषि नीति की सफलता का राष्ट्रीय प्रमाण है।

जनसंवाद के दौरान चौधरी ने मुख्यमंत्री द्वारा हाल में कार्यारम्भ किये गए ग्रामीण कार्य विभाग की कैमूर जिले की योजनाओं पर चर्चा करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम (RRSMP) के तहत भभुआ विधान सभा एवं चैनपुर विधान सभा अन्तर्गत वर्ष 2024-25 में 109 सड़कों की मरम्मती, सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ीकरण की स्वीकृति दी गई हैं। जिनके सुदृढ़ीकरण से कैमूर जिले के विभिन्न पंचायतों, बस्तियों और महादलित टोलों के कई सड़कों पर आवागमन सुगम हो जायेगा। इन सड़कों की कुल लम्बाई-272.403 किलोमीटर है और लागत राशि-₹223.16 करोड़ रूपये है। इनमें कुछ प्रमुख सड़क है:- अवखराँ से सिरसी कोन्या पथ, जिसकी लम्बाई-10.10 कि0मी0 एवं प्राक्कलित राशि-₹19.12 करोड रूपये है, जिसका जीर्णोद्धार के साथ चौड़ीकरण कार्य निर्माणाधीन है, जो कि करकट गढ़ पर्यटक स्थल, जगदहवाँ बाध, बख्तियार खान रौजा एवं पशु मेला सिरसी को जोड़ती है। चैनपुर हरसू ब्रह्म से जयरामपुर पथ, जिसकी लम्बाई-2.550 कि0मी० एवं प्राक्कलित राशि-₹2.27 करोड रूपये है, सरैया गेट से मुण्डेश्वरी आर०सी०डी० पथ, जिसकी लम्बाई-2.351 कि०मी० एवं प्राक्कलित राशि-₹1.61 करोड रूपये है, इस पथ के सुदृढ़ीकरण से श्रद्धालुओं को विश्व स्तरीय प्राचीन माँ मुण्डेश्वरी मंदिर की दर्शन करने में आसानी होगा।

मंत्री ने बताया कि इसी प्रकार वित्तीय वर्ष 2025-26 में ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम (RRSMP) अब तक कुल 22 सड़के, जिसकी लम्बाई-49.19 कि०मी० एवं लागत लगभग ₹35.07 करोड रूपये की स्वीकृति प्रदान की गयी है। इनमें कुछ प्रमुख सड़क है:- भगवानपुर प्रखंड में प्रखंड कार्यालय से कसेर गाँव तक पथ, जिसकी लम्बाई-2.00 कि0मी0 एवं प्राक्कलित राशि-₹1.23 करोड रूपये है, इस पथ से लगभग 6 गाँव के लोगों को प्रखंड कार्यालय पहुँचने में आसानी होगी। भभुआ धरौली आर०सी०डी० पथ चैनपुर थाना से डोम बस्ती भाया चैनपुर बाजार पथ, जिसकी लम्बाई-1.590 कि०मी० एवं प्राक्कलित राशि 1.57 करोड है। एल023 से बड़गाँव खुर्द पथ, जिसकी लम्बाई-1.750 कि0मी0 एवं प्राक्कलित राशि ₹1.66 करोड है, इस पथ के सुदृढ़ीकरण से औखडगाडा गाँव के लोगों को आदिवासी आवासीय उच्च विद्यालय आने-जाने में सुविधा होगी। चौधरी ने बताया कि इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ग्रामीण सम्पर्क योजना (अवशेष) के अंतर्गत भभुआ एवं चैनपुर विधान सभा में कुल 26 पथों एवं 5 पुल, जिसकी लम्बाई-80.4 कि०मी० एवं प्राक्कलित राशि-₹111.82 करोड है, की स्वीकृति प्राप्त है।

उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना (MGSY) अंतर्गत दो पुल जिसकी लम्बाई-154.920 मीटर एवं लागत ₹8.65 करोड रूपये है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना (MGSY) अंतर्गत दो पुल जिसकी लम्बाई-223.20 मीटर एवं लागत ₹17.44 करोड रूपये है के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। साथ ही वित्तीय वर्ष 2025-26 में मुख्यमंत्री ग्रामीण सम्पर्क योजना (अवशेष) के अंतर्गत भभुआ 2 एवं चैनपुर विधान सभा में 4 कुल 6 पथ स्वीकृति हेतु प्रस्तावित हैं जिनकी लम्बाई क्रमशः 4.250 किलोमीटर एवं 5.810 किलोमीटर तथा लागत ₹5.05 करोड़ एवं ₹6.40 करोड़ है। मंत्री ने बताया कि इसके अतिरिक्त वित्तीय वर्ष 2025-26 में मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना (MGSY) अंतर्गत एक पुल "बहेरियाँ गाँव के पश्चिम में गेहुअनवा नदी पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण," प्रस्तावित है, जिसकी लम्बाई-38.72 मीटर एवं प्राक्कलित राशि-₹3.62 करोड है। इस पुल के निर्माण से बहेरियाँ, दुल्ही, चौरी, गेहुआ एवं परसिया आदि गाँव के लोगों को प्रखंड मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय आने-जाने में सुगमता होगी। कार्यक्रम के अंत में चौधरी ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे नेता नीतीश कुमार जैसे कर्मशील व्यक्ति हैं। उन्होंने अपील कि की आने वाले चुनाव में विकास को वोट करें और सीएम नीतीश के विकसित और आत्मनिर्भर बिहार के मिशन को दृढ़ता प्रदान करें।

इस कार्यक्रम में मंत्री अशोक चौधरी के साथ कैबिनेट में सहयोगी मंत्री अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, जमा खान, पूर्व मंत्री मुरारी गौतम, नागरिक परिषद के महासचिव छोटू सिंह, जेडीयू जिलाध्यक्ष अजय पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश पांडेय, लोजपा (R) अध्यक्ष राजेंद्र गुप्ता, RLSP जिलाध्यक्ष उमाशंकर, हम जिलाध्यक्ष संजय सुधांशू, जेडीयू नेता अशोक चौधरी, अशोक पटेल तथा विभागीय पदाधिकारी के साथ अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।