Bihar government: बिहार में प्रशासनिक जिम्मेदारियों में बड़ा बदलाव! नीतीश कुमार ने इन शख्स को दी बड़ी जिम्मेदारी, जानें

बिहार सरकार ने डॉ. उदयकांत मिश्र की सलाहकार भूमिका का विस्तार करते हुए उन्हें ग्रामीण व जल संसाधन विभाग का दायित्व सौंपा है, वहीं रंजन कुमार को कैंसर रिसर्च सोसायटी का मुख्य कार्यपालक अधिकारी नियुक्त किया गया है।

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बिहार सरकार का बड़ा फैसला!- फोटो : social media

Bihar government: बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री के आधारभूत संरचना सलाहकार डॉ. उदयकांत मिश्र की जिम्मेदारियों का दायरा बढ़ाते हुए उन्हें अब ग्रामीण कार्य विभाग और जल संसाधन विभाग से जुड़ी आधारभूत संरचना योजनाओं और नीतियों का परामर्शदाता भी नियुक्त किया है।

बुधवार को मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, अब डॉ. मिश्र इन दोनों विभागों की योजनाओं के कार्यान्वयन, अनुश्रवण और नीति सलाह का कार्य भी करेंगे। इससे पहले वे पथ निर्माण, भवन निर्माण और नगर विकास व आवास विभाग के लिए यही भूमिका निभा रहे थे।

क्या होगा डॉ. मिश्र की नई भूमिका का प्रभाव?

डॉ. मिश्र अब बिहार के विकास में एक संपूर्ण संरचना सलाहकार की भूमिका में होंगे। इनकी विशेषज्ञता से राज्य सरकार को ग्रामीण और जल संसाधन संबंधित बड़ी परियोजनाओं को बेहतर योजना और कार्यान्वयन मिल सकेगा। विशेषकर नदियों के जलप्रबंधन, ग्रामीण सड़क निर्माण, पुल-पुलियों का विस्तार और बाढ़ नियंत्रण जैसे क्षेत्रों में उनकी सलाहकार भूमिका बेहद अहम होगी।

रंजन कुमार बने बिहार कैंसर रिसर्च सोसायटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी

बिहार सरकार ने रंजन कुमार को संविदा के आधार पर सृजित बिहार कैंसर केयर एंड रिसर्च सोसायटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) के पद पर नियुक्त किया है। यह नियुक्ति स्वास्थ्य विभाग द्वारा सक्षम प्राधिकरण की मंजूरी के बाद की गई है।इससे पहले चयन समिति द्वारा रंजन कुमार का साक्षात्कार लिया गया था, जिसमें वे सफल घोषित हुए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें इस जिम्मेदारी के लिए अधिकृत किया।

क्यों है यह नियुक्ति महत्वपूर्ण?

बिहार में कैंसर की समस्या बढ़ती जा रही है और इस दिशा में रिसर्च व इलाज के लिए प्रभावी नीतियां बनाना अत्यंत आवश्यक है। रंजन कुमार का चयन एक ऐसे समय में हुआ है जब राज्य को कैंसर के खिलाफ एक व्यापक और नीतिगत नेतृत्व की आवश्यकता है। उनकी नियुक्ति से उम्मीद की जा रही है कि सोसायटी की कार्यप्रणाली में सुधार आएगा और मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी।