बिहार में बनेंगी इलेक्ट्रिक बसें? अशोक लेलैंड ने दिया फैक्ट्री लगाने का प्रस्ताव, कोका-कोला और रोबोटिक्स सर्जरी में भी बड़े निवेश की तैयारी
दिग्गज कंपनी अशोक लेलैंड ने राज्य में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने का प्रस्ताव दिया है। गुरुवार को मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की 'उद्योग वार्ता' में कोका-कोला और रोबोटिक्स सर्जरी के क्षेत्र में भी निवेश पर चर्चा हुई।
Patna - : बिहार में औद्योगिक विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए राज्य सरकार की पहल रंग लाती दिख रही है। गुरुवार को मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में आयोजित 'उद्योग वार्ता' में देश की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी अशोक लेलैंड (Ashok Leyland) ने बिहार में इलेक्ट्रिक बस निर्माण (Manufacturing Unit) की इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है।
पिंक बस की तर्ज पर महिलाओं के लिए ड्राइविंग स्कूल
बैठक में अशोक लेलैंड के वाइस प्रेसिडेंट यशपाल साचर ने न सिर्फ फैक्ट्री लगाने का प्रस्ताव रखा, बल्कि बिहार में चल रही 'पिंक बस' सेवा की सराहना भी की। उन्होंने सुझाव दिया कि इसी तर्ज पर महिलाओं के लिए एक ड्राइविंग स्कूल की स्थापना भी की जा सकती है, जिससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।
32 निवेशकों ने लिया हिस्सा, बिहारियों का बढ़ा रुझान

इस 'उद्योग वार्ता' की खास बात यह रही कि इसमें 32 निवेशकों ने हिस्सा लिया, जिनमें बिहारी निवेशकों की संख्या अधिक थी।
रोबोटिक्स सर्जरी
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सवेरा कैंसर एंड मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के निदेशक (रोबोटिक्स प्रोग्राम) बिपिन कुमार झा ने बिहार में रोबोटिक्स सर्जरी तकनीक में निवेश करने और सरकार के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई। वहीं कोका-कोला एसएलएमजी (SLMG) के निदेशक सिद्धार्थ लधानी ने भी राज्य सरकार के साथ सहयोग करने और उद्योग स्थापित करने की रूपरेखा पर चर्चा की।
मुख्य सचिव का बड़ा ऐलान: जरूरत पड़ी तो बदलेंगे पॉलिसी - निवेशकों की समस्याएं सुनने के बाद मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बड़ा आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गंभीर निवेशकों के साथ सीधे काम करना चाहती है। उन्होंने स्पष्ट किया, "यदि निवेश को बढ़ावा देने के लिए किसी नई नीति की आवश्यकता होगी या पुरानी नीतियों में संशोधन करना पड़ेगा, तो सरकार बिना किसी देरी के वह कदम उठाएगी।" जिन निवेशकों को जमीन या अन्य क्लीयरेंस में दिक्कतें आ रही थीं, मुख्य सचिव ने मौके पर ही संबंधित विभागों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
ये अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में उद्योग विभाग के सचिव कुंदन कुमार, निदेशक मुकुल कुमार गुप्ता, ऊर्जा विभाग के सचिव मनोज कुमार सिंह और गन्ना आयुक्त अनिल कुमार झा भी उपस्थित थे।