सीएम नीतीश से सुबह सुबह मिले बाहुबली अनंत सिंह, मोकामा में ललन सिंह के साथ रोड शो करने के बाद बढ़ी सियासी हलचल
नीतीश कुमार रविवार सुबह मंत्री अशोक चौधरी के आवास पर गए थे. वहीं उनसे अनंत सिंह मिले हैं. दोनों के बीच अभिवादन करते हुए वीडियो भी सामने आया है.

Anant Singh : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की रविवार सुबह मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह से मुलाकात हुई. दोनों के बीच यह मुलाक़ात मोकामा में हुए केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और अनंत सिंह के शनिवार के जन सम्पर्क यात्रा के बाद पटना में हुई है. नीतीश कुमार रविवार सुबह मंत्री अशोक चौधरी के आवास पर गए थे. वहीं उनसे अनंत सिंह मिले हैं. दोनों के बीच अभिवादन करते हुए वीडियो भी सामने आया है. इसमें नीतीश कुमार अपनी गाड़ी पर सवार होने के लिए तैयार हैं और इसी दौरान अनंत सिंह वहां उनका अभिवादन कर रहे हैं. नीतीश भी उनसे कुछ बात करते हैं. इस दौरान अशोक चौधरी और छोटू सिंह भी मौजूद रहे.
अशोक चौधरी के घर पर अनंत सिंह की मौजूदगी और वहां नीतीश कुमार के साथ मुलाकात को जदयू से मोकामा विधानसभा क्षेत्र से टिकट की अनंत की दावेदारी का एक रणनीतिक संकेत के तौर पर माना जा रहा है. अनंत सिंह ने इसके पहले भी जब जेल से निकले थे तो सबसे पहले सीएम नीतीश से मुलाकात की थी. उसके बाद उनहोंने ललन सिंह से मुलाकात की. बाद में अशोक चौधरी के साथ वे कई मौकों पर दिखे. वहीं मोकामा में उन्होंने ललन सिंह के साथ रोड शो किया जिसमें अनंत सिंह की करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए के गाड़ी में बैठकर ललन सिंह उनके साथ सैंकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ मोकामा गए.
बेटे के चुनाव लड़ने के संकेत
अनंत सिंह ने इसके पहले अपनी पत्नी नीलम देवी जो मोकामा से विधायक हैं, उनके काम काज पर नाराजगी जताई थी. हालांकि उन्होंने कहा था मोकामा से वे चुनाव लड़ेंगे. बाद में कहा था कि उनके बेटे इस बार चुनाव लड़ेंगे. अनंत सिंह के इस बयान के ठीक बाद उनके बेटे जिनके विदेश में पढाई करने की बातें कही जा रही थी, वे वापस पटना लौट आये. मोकामा में रोड शो के दौरान भी उनके बेटे साथ में चल रहे थे. अब नीतीश कुमार के साथ अशोक चौधरी के घर पर हुई मुलाकात को मोकामा से टिकट की अपनी दावेदारी को मजबूत करने का एक रणनीतिक हिस्सा माना जा रहा है.
छोटे सरकार की मजबूत पकड़
अनंत सिंह, जिन्हें आमतौर पर "छोटे सरकार" के नाम से जाना जाता है, बिहार की राजनीति में एक चर्चित चेहरा हैं. वे वर्ष 2005 में पहली बार नीतीश कुमार की पार्टी जदयू से मोकामा से विधायक बने. लेकिन पार्टी से मतभेद होने के बाद उन्होंने निर्दलीय और फिर विभिन्न दलों से चुनाव लड़ा, इसमें लालू यादव की पार्टी राजद भी शामिल रही. अनंत सिंह की छवि एक मजबूत बाहुबली नेता की रही है. उनके ऊपर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए, जिनमें से कुछ मामलों में उन्हें जेल भी जाना पड़ा. वर्ष 2022 में एके-47 और ग्रेनेड बरामदगी के मामले में दोषी पाए जाने के बाद उन्हें 10 साल की सजा सुनाई गई, जिसके कारण वे अपनी विधानसभा सदस्यता से अयोग्य हो गए. बाद में उनकी पत्नी नीलम देवी ने विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल की. वहीं पटना हाई कोर्ट से बरी होने के बाद अनंत सिंह अब फिर से सियासी आगाज करने को तैयार दिख रहे हैं.
अभिजीत की रिपोर्ट