महागठबंधन में टूट! विधानसभा चुनाव के पहले 'अग्नि परीक्षा' में फेल हुई कांग्रेस, लालू के इफ्तार पार्टी में कोई बड़ा नेता नहीं हुआ शामिल

bihar politics - बिहार में राजद और कांग्रेस के बीच रिश्ते में दरार गहरी होती जा रही है. आज जिस तरह से लालू यादव की इफ्तार पार्टी से कांग्रेस के बड़े नेताओं ने दूरी बनाई, उसके बाद चर्चा शुरू हो गई है कि दोनों पार्टियों ने एक दूसरे का विश्वास खो दिया ह

महागठबंधन में टूट! विधानसभा चुनाव के पहले 'अग्नि परीक्षा' मे

PATNA - बिहार में जब भी सियासी इफ्तार पार्टी होती है तो नए सियासी समीकरण बनते बिगड़ते हुए नजर आने लगते हैं. पूर्व में कई बार ऐसी इफ्तार पार्टी इस बात की गवाह रही है। फिर चाहे वह इफ्तार पार्टी सीएम नीतीश कुमार की हो या राजद सुप्रीम लालू यादव की. बीते दो दिनों में दो बड़ी इफ्तार पार्टी हुई। जिसमें रविवार को नीतीश कुमार आवास पर इफ्तार हुआ। जिसमें विरोध के बावजूद कई मुस्लिम संगठन शामिल हुए। जिससे एक बार फिर साबित हो गया कि बिहार में मुस्लिमों का विश्वास नीतीश कुमार के प्रति एक बार फिर नजर आया। 

वहीं दूसरी तरफ सोमवार को लालू यादव और तेजस्वी ने भी इफ्तार पार्टी का आयोजन किया।  राजद नेता अब्दूल बारी सिद्दीकी के आवास पर आयोजित कार्यक्रम की सबसे बड़ी बात यह रही कि राजद की सबसे घनिष्ठ सहयोगी रही कांग्रेस की तरफ से कोई बड़ा नेता इस कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बना। हालांकि खानापूर्ति के लिए प्रतिमा दास सहित कुछ  नेता जरुर नजर आए। कांग्रेस के इस तरह से राजद से दूरी बढ़ाने के फैसले लालू और तेजस्वी की चिंता बढ़ गई है।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी नहीं पहुंचे

बीते कुछ महीने से कांग्रेस के साथ राजद के रिश्ते वैसे नहीं रहे, जैसा कि पहले हुआ करता था। खास तौर पर नेतृत्व परिवर्तन के बाद कांग्रेस अब राजद की छत्रछाया से बाहर निकलने की कोशिश में जुटी हुई है और बिहार में अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती है। बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लवारु पहले ही संकेत दे चुके हैं कि वह बिहार में अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं बिहार के नए प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने साफ कर दिया है कि गठबंधन और सीटों के बंटवारे पर चुनाव के समय ही फैसला लिया जाएगा। आज लालू यादव के इफ्तार पार्टी से कांग्रेस के बड़े नेताओं ने खुद को अलग रखकर साफ कर दिया है कि वह राजद के साथ अपने रिश्ते को आगे बढ़ाने को लेकर गंभीर नहीं है।

कांग्रेस की थी अग्नि परीक्षा

लालू प्रसाद की इफ्तार पार्टी को एक तरह से राजद की तरफ से महागठबंधन में शामिल पार्टियों के लिए अग्नि परीक्षा था। जिसमें जो पार्टियां शामिल हुई, वह साफ तौर उनके साथ खड़े है, वही जिस पार्टी के लोग नहीं शामिल हुए, वह लालू की अग्नि परीक्षा को पार नहीं कर पाए। इस अग्नि परीक्षा को पशुपति पारस ने पार किया था।

जदयू ने साधा निशाना 

वहीं इफ्तार पार्टी में कांग्रेस के बड़े नेताओं की नामौजूदगी पर जदयू की तरफ से बड़ा हमला किया गया है। जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने इसे महागठबंधन में टूट बताया है। अभिषेक झा ने कहा कि दोनों पार्टियों का अंतर्कलह सामने आ गया है। कांग्रेस ने पहले भी राजद को चेतावनी दे रखी थी कि जो हाल दिल्ली में कांग्रेस ने आप आदमी पार्टी का किया, वहीं हाल राजद का बिहार विधानसभा चुनाव में करेंगे। ऐसे नूराकुश्ती वाले महाठगबंधन को बिहार की जनता बखूबी जानती है और चुनाव में नीतीश कुमार के एनडीए के नेतृत्व पर ही अपना विश्वास जताएगी।

Editor's Picks