Bihar Assembly Elections: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू, M-3 EVM मशीन का होगा इस्तेमाल, 21 मई को मिलने की संभावना
बिहार निर्वाचन आयोग कर्मियों का सत्यापन कर रहा है। इसके लिए जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से सभी विभागों को कर्मियों की सूची भेजी गई है.

Bihar Assembly Election 2025: बिहार में इस साल अक्तूबर-नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है। इस क्रम में नई खबर सामने आई है। इस बार मतदान में M-3 EVM मशीन का इस्तेमाल होने वाला है। इस मशीन की खूबी ये है कि ये मॉर्डन टेक्नोलॉजी से लैस है। ये मशीन अगले महीने के 21 तारीख को मिल सकती है। इसको लेकर 25 मई से फर्स्ट लेवल चेकिंग शुरू हो जाएगी. इसके लिए 25 अभियंता मिलकर काम करेंगे। नई मशीन की खासियत है कि इसके साथ छेड़छा या एक स्क्रू भी नहीं खोला जा सकता है।
बिहार निर्वाचन आयोग कर्मियों का सत्यापन कर रहा है। इसके लिए जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से सभी विभागों को कर्मियों की सूची भेजी गई है. सभी का सत्यापन करने का निर्देश जारी किया गया है और बाद में रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया गया है, जिसके आधार पर लोगों को अलग-अलग जगह ड्यूटी दी जाएगी। मामले में निर्वाचन कार्यालय ने कई तरह से सवाल किए है। उन्होंने पूछा है कि मौजूदा समय में कर्मी कहा पोस्टेड है। क्या वह काम कर रहे हैं या रिटायर हो चुके है। उन्हें किसी तरह की हेल्थ प्रॉब्लम तो नहीं है। इस तरह के आधार पर लोगों का सत्यापन किया जा रहा है। हर एक कर्मी का डेटा तैयार किया जाएगा।
बूथों की संख्या में होगा इजाफा
विधानसभा चुनाव के लिए बूथों का मानक बदल दिया गया है। पहले जहां एक बूथ पर 1500 मतदाताओं के मतदान की व्यवस्था होती, लेकिन अब हर एक बूथ पर सिर्फ 1200 लोग ही मतदान कर सकेंगे। इसके चलते बूथों की संख्या भी पहले के मुकाबले बढ़ाई जाएगी। पहले बूथों की संख्या 77895 थी, जो अब बढ़कर लगभग 92000 हो जाएगी. भारत निर्वचान आयोग से 1200 प्रति बूथ मानक के अनुसार 16 हजार कंट्रोल यूनिट, 17 हजार वीवीपैट और 22 हजार बैलेट यूनिट की मांग की गई है.