Bihar flood:बिहार में बाढ़ का कहर, नदियों में उफान, तटबंधों पर दबाव, गांवों में घुसा पानी, पटना में गंगा का जलस्तर खतरनाक स्तर पर
Bihar flood:पटना में गंगा, सोन और पुनपुन नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गांधीघाट पर गंगा नदी खतरे के निशान से मात्र एक मीटर नीचे रह गई है।

Bihar flood: नेपाल और उत्तर बिहार में हुई भारी बारिश ने राज्य की नदियों को एक बार फिर उफान पर ला दिया है। गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा और कमला बलान नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कई जिलों में जलस्तर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है, जिससे तटबंधों पर दबाव बढ़ गया है और निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है।सुपौल के किशनपुर प्रखंड में दुबियाही मौजहा मुख्य सड़क ध्वस्त हो गई। निर्मली प्रखंड में करीब 200 एकड़ धान की फसल डूब गई। वहीं, सहरसा और सुपौल के कई गांवों में पानी घरों और आंगन तक घुस चुका है।
सुपौल में पश्चिमी कोसी तटबंध के रिटायर बांध पर दबाव से स्पर ध्वस्त हो गया। वहीं, तिया के गौनाहा में कटहा नदी पर बना पुल बह गया, जिससे एक गांव दो हिस्सों में बंट गया।
पटना में गंगा, सोन और पुनपुन नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गांधीघाट पर गंगा नदी खतरे के निशान से मात्र एक मीटर नीचे रह गई है। मंगलवार को यहां जलस्तर 47.45 मीटर दर्ज किया गया, जबकि खतरे का निशान 48.60 मीटर है। सोन और पुनपुन भी खतरे के करीब पहुंच चुकी हैं।
सीमांचल में महानंदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कटिहार के आजमनगर प्रखंड के आधा दर्जन गांवों में पानी घुस गया है। बागमती भी औराई (मुजफ्फरपुर) में खतरे के निशान से 1.25 मीटर और गायघाट में 1 मीटर ऊपर बह रही है।
वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व (वीटीआर) और मदनपुर के निचले इलाकों में गंडक का पानी घुस जाने से जंगली जानवर रिहायशी इलाकों की ओर पहुंचने लगे हैं। बगहा शहर और आसपास के इलाकों में गंडक के दबाव से दहशत का माहौल है।
नदियों में लगातार पानी बढ़ने के बाद जल संसाधन विभाग ने पूरे बिहार में अलर्ट जारी कर दिया है। तटबंधों की चौकसी बढ़ा दी गई है और संबंधित इंजीनियरों को निर्देश दिया गया है कि कहीं भी कटाव या क्षति की सूचना तुरंत मुख्यालय को भेजी जाए।