Bihar Land Survey: जमीन सर्वे में दलाली करने वाले हो जाएं सावधान, मंत्री संजय सरावगी ने जारी किया फरमान, नाप देंगे

Bihar Land Survey: बिहार में सर्वे का काम तेजी से दारी है। लेकिन सर्वे के कार्य में दलालों की दखल देखी जा रही है। आम लोगों से इसकी शिकायत मिलने के बाद राजस्व मंत्री ने सख्त फरमान जारी किया है...

संजय सरावगी
राजस्व मंत्री का फरमान - फोटो : social media

Bihar Land Survey:  बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने मुजफ्फरपुर के मुशहरी अंचल कार्यालय के कार्यों में दलालों के दखल की जानकारी आम लोगों से मिलने पर पूरे मामले की जांच का निदेश विभागीय अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह को दिया है। इसके बाद अपर मुख्य सचिव दीपक सिंह ने पूरे मामले की जांच रिपोर्ट एक पखवाड़े के भीतर मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी से मांगी है। 

दलालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई 

मंत्री सरावगी शनिवार को राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने  मुजफ्फरपुर पहुंचे थे। इस दौरान आमलोगों समेत कई पार्टी कार्यकर्ताओं से मुशहरी अंचल कार्यालय की कार्यप्रणाली और वहां दलालों के दखल की शिकायत मिली। इसके बाद मंत्री सरावगी ने पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए तत्काल एसीएस से बात कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

दाखिल-खारिज की कागजात बरामद 

बताते चलें कि शहर के मिठनपुरा थाना क्षेत्र में मंगलवार की शाम को जमीन कारोबारी जावेद और उसके सहयोगी राजू साह की हत्या के बाद उनकी स्कूटी से भारी मात्रा में दाखिल-खारिज समेत राजस्व से संबंधित विभिन्न कागजात की बरामदगी हुई थी। जावेद के निजी कार्यालय से कई हल्का कर्मचारियों के सरकारी डोंगल समेत रजिस्टर टू का मूल दस्तावेज भी बरामद होने की बात सामने आई है। इसके बाद पुलिस अंचल कार्यालय के तीन कर्मचारियों समेत दर्जनभर लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है। 

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दो लोगों की मौत मामले में जांच की आदेश

प्रारंभिक जांच में ये भी पता चला है कि दोनों स्थानीय हल्का कार्यालय से ही निकलकर चाय पीने जिला स्कूल के गेट पर पहुंचे थे। इसी दौरान चाय दुकान पर मौजूद कुछ लोगों से उनका विवाद के पश्चात हाथापाई भी हुई थी। इसी के कुछ देर बाद बाइक सवार अपराधी पहुंचे और दोनों पर अंधाधुंध गोली चला दी थी। इस घटना में दोनों की मौत हो गई थी। पुलिस जांच में ये बात सामने आई है कि जावेद का कई वर्षों से मुशहरी अंचल कार्यालय पर दबदबा था। वह लोगों से काम कराने के एवज में मोटी रकम वसूलता था। इसकी शिकायत निगरानी विभाग में भी की गई थी।