Bihar Women Story: पटना की तंग गलियों से निकलकर अंजनी ने रचा इतिहास! हज़ारों महिलाओं की बनी उम्मीद, जानें महारानी टेक्सटाइल से जुड़ी कहानी

Bihar Women Story: पटना की गलियों से शुरू हुई अंजनी कुमारी की 'महारानी टेक्सटाइल' ने आज हज़ारों महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है। यह कहानी है एक महिला के संघर्ष, नेतृत्व और बिहार सरकार की नीतियों की।

Bihar Women Story
महारानी टेक्सटाइल की प्रेरणादायक कहानी- फोटो : SOCIAL MEDIA

Bihar Women Story: पटना की तंग गलियों से निकलकर, अंजनी कुमारी ने जब सिलाई मशीन संभाली, तब यह महज एक जीविका का साधन था। लेकिन कुछ ही समय में यह मशीन बन गई हज़ारों महिलाओं के सपनों की बुनियाद।2023 में शुरू हुई ‘महारानी टेक्सटाइल’ ने रेडीमेड गारमेंट्स के क्षेत्र में तेजी से पहचान बनाई।अंजनी की सोच थी कि वह अकेली नहीं बढ़ें बल्कि सबको साथ लेकर चले।

बिहार सरकार की नीतियों से मिली नई उड़ान

नीतीश सरकार की तरफ से चलाई जा रही महिला केंद्रित योजनाएं जैसे महिला ऋण योजना,स्वयं सहायता समूह (SHG),जीविका मिशन और डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम ने अंजनी जैसे अनेक महिलाओं को न सिर्फ आर्थिक सहायता दी, बल्कि नेतृत्व और आत्मविश्वास का मंच भी प्रदान किया। अंजनी कुमारी ने कहा कि सरकार ने सिर्फ पैसे नहीं दिए, विश्वास दिया कि हम भी कुछ कर सकती हैं।

महारानी फाउंडेशन: यूट्यूब से बदलती ज़िंदगियां

अंजनी ने ‘Maharani Foundation’ नाम से एक यूट्यूब चैनल शुरू किया जहां वे सिलाई और डिज़ाइनिंग के वीडियो डालती हैं। बिजनेस प्रबंधन और डिजिटल मार्केटिंग सिखाती हैं। महिलाओं को ऑनलाइन सेलिंग, प्राइसिंग और कस्टमर हैंडलिंग सिखाती हैं। इस दौरान अब तक लाखों महिलाएं इससे प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से लाभान्वित हो चुकी हैं।

ESKO रिपोर्ट में ‘महारानी टेक्सटाइल’ को मिली राष्ट्रीय पहचान

Entrepreneurial Skill and Knowledge Orientation (ESKO) की हालिया रिपोर्ट में डिजिटल अपनापन (Digital Inclusion),वित्तीय नवाचार (Financial Innovation) और नेतृत्व क्षमता (Leadership Capacity) जैसे मानकों पर ‘महारानी टेक्सटाइल’ को देश के सर्वोत्तम महिला उद्यमों में शुमार किया गया।

स्वयं सहायता से सामूहिक स्वावलंबन तक

अंजनी ने SHG मॉडल से प्रेरणा लेकर, अपनी यूनिट में सैकड़ों महिलाओं को जोड़ा। अब वे वेतन के साथ स्किल ट्रेनिंग देती हैं। घर से काम करने की सुविधा भी देती हैं। महिलाओं को बैंकिंग और फाइनेंस की समझ भी सिखाती हैं। अब वे सिर्फ कामगार नहीं, फैसले लेने वाली बन रही हैं।

बिहार से निकलकर देशभर में फैली प्रेरणा

‘महारानी टेक्सटाइल’ अब केवल पटना या बिहार तक सीमित नहीं है।अब इसका असर झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश तक पहुंच चुका है।सोशल मीडिया के माध्यम से महिलाएं सीख रही हैं, कमा रही हैं और सशक्त हो रही हैं। यह मॉडल अब एक ‘ग्लोकल’ (Global + Local) सफलता की मिसाल बन रहा है।