Bihar Police: पटना पुलिस को आधी रात के वक्त पाकिस्तान को लेकर दुबई से आई कॉल, कांप गई टांगे और शुरु कर दी छापेमारी, जानें पूरा मामला
Bihar Police: पटना के जमाल रोड में तीन पाकिस्तानी के आने की सूचना पर एटीएस, एसटीएफ और पुलिस ने देर रात छापेमारी की, लेकिन बाद में पता चला कि दुबई से झूठी सूचना भेजी गई थी। जानिए पूरा मामला।

Bihar Police: पटना में शुक्रवार देर रात उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया जब एटीएस, एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने जमाल रोड पर छापेमारी शुरू कर दी। सूचना थी कि तीन पाकिस्तानी नागरिक यहां एक कश्मीरी युवक के घर आने वाले हैं। इलाके में भारी पुलिस बल की मौजूदगी और एक-एक कमरों की तलाशी ने स्थानीय लोगों को भयभीत कर दिया।परंतु जब जांच की परतें खुलीं तो इस सनसनीखेज खबर की हकीकत बिल्कुल अलग निकली — यह पूरी सूचना फर्जी थी और दुबई से व्यक्तिगत रंजिश के चलते भेजी गई थी।
क्या थी सूचना और कैसे हुई कार्रवाई?
पटना पुलिस के वरीय अधिकारी को दुबई से एक व्यक्ति ने फोन कर यह सूचना दी कि तीन पाकिस्तानी नागरिक एक कश्मीरी के घर आने वाले हैं। इतना ही नहीं, इस व्यक्ति ने वॉट्सएप मैसेज के जरिए भी अलर्ट भेजा, जिसमें समय, स्थान और कथित उद्देश्य का जिक्र था। सूचना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महकमा हरकत में आ गया।
एटीएस, एसटीएफ और कोतवाली थाना की टीमें तुरंत जमाल रोड पहुंचीं और आठ कश्मीरी युवकों को हिरासत में लेकर रातभर पूछताछ की गई। हर दस्तावेज की जांच, फोन की पड़ताल, और पृष्ठभूमि की छानबीन की गई, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। बाद में सभी को छोड़ दिया गया।
दुबई से भेजा गया था फर्जी अलर्ट: दोस्ती से रंजिश में बदला
जांच में खुलासा हुआ कि यह फर्जी अलर्ट किसी आतंकवादी साजिश का हिस्सा नहीं, बल्कि एक व्यक्तिगत दुश्मनी का परिणाम था। दरअसल, कुछ दिन पहले जमाल रोड में रहने वाले एक कश्मीरी युवक ने दरभंगा के दो युवकों को किसी केस में पुलिस की गिरफ्त में लाने में भूमिका निभाई थी
जब इनमें से एक युवक बच निकला और दुबई चला गया, तो उसने अपनी गिरफ्तारी का बदला लेने के लिए ये फर्जी सूचना पुलिस को दी। वह बार-बार थानेदार को फोन कर दबाव बना रहा था कि कश्मीरी युवक को गिरफ्तार किया जाए। जब उसकी बात नहीं मानी गई, तो उसने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भ्रमित करने के लिए यह झूठी कहानी बना डाली।
पुलिस सतर्क, लेकिन कार्रवाई अब फर्जी अलर्ट भेजने वाले पर
पटना पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई की थी, लेकिन अब जब सच सामने आ गया है तो फर्जी अलर्ट भेजने वाले युवक पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।एसएसपी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार किसी भी असत्य सूचना पर इस प्रकार का आपरेशन पूरी व्यवस्था को बाधित कर सकता है और निर्दोष लोगों को मानसिक परेशानी हो सकती है। ऐसे लोगों के खिलाफ साइबर क्राइम और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम की धाराओं के तहत सख्त कार्रवाई होगी।"
स्थानीय कश्मीरी समुदाय में डर और नाराज़गी
इस घटनाक्रम के बाद जमाल रोड में वर्षों से रह रहे कश्मीरी समुदाय में डर और नाराज़गी दोनों देखी गई। समुदाय के कुछ लोगों ने कहा, हम लोग यहां दशकों से शांतिपूर्वक रह रहे हैं। बिना किसी प्रमाण या शक के रातभर पूछताछ और तलाशी हमारे आत्मसम्मान को चोट पहुंचाती है।"पुलिस अधिकारियों ने बाद में स्थानीय लोगों से बातचीत कर माहौल को सामान्य किया और भरोसा दिलाया कि निर्दोष लोगों को परेशान नहीं किया जाएगा।